Edited By Ekta, Updated: 09 Dec, 2018 12:26 PM
कालका-शिमला हैरिटेज ट्रैक पर सफर करने का अपना-अलग आंनद है। इस आनद को और रोचक बढ़ाने के लिए रेलवे नई-नई योजना ला रहा है। यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित कालका-शिमला ट्रैक पर ट्रेनों की स्पीड 25 से बढ़ाकर 35 किलोमीटर प्रति घंटा करने के लिए शिमला...
शिमला (ब्यूरो): कालका-शिमला हैरिटेज ट्रैक पर सफर करने का अपना-अलग आंनद है। इस आनद को और रोचक बढ़ाने के लिए रेलवे नई-नई योजना ला रहा है। यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित कालका-शिमला ट्रैक पर ट्रेनों की स्पीड 25 से बढ़ाकर 35 किलोमीटर प्रति घंटा करने के लिए शिमला रेलवे स्टेशन में तैयारियां शुरू हो गईं। ट्रेन की स्पीड बढ़ाने को ट्रायल के लिए लखनऊ से आरडीएसओ (रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड आर्गेनाइजेशन) की टीम शिमला आई है। शनिवार को टीम ने नैरो गेज डीजल शेड कालका से लाए लोको 706 (इंजन) में स्पीड मापने के उपकरण फिट किए।
जानिए कितने समय में होगा 96 KM का सफर
कालका से शिमला तक के ट्रैक की कुल दूरी 96 किलोमीटर की है। इस दूरी को तय करने के लिए वर्तनाम समय में ट्रैक पर चलने वाली टॉय ट्रेन 4 से 5 घंटे का समय लेती हैं जो कि काफी ज्यादा है। ऐसे में केन्दीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस ट्रैक पर गाड़ियों की रफ्तार को बढ़ाकर इस समय को कम करने पर कार्य करने के निर्देश जारी किए थे। इसके बाद बिना ट्रैक को बदले इसे इस तरीके से मॉडिफाई किया गया ताकि जब घुमावदार मोड़ों पर ट्रेन स्पीड में चले तो यह अपना संतुलन ना खोए। इसके लिए रेलवे के इंजीनियरों ने ट्रैक पर जहां-जहां घुमावदार मोड़ है वहां चैक रेल का इस्तेमाल किया है और गाड़ी का संतुलन बना रहे इसके लिए पटरी को भी बजरी बिछा कर हाइट दी गई है। इस पूरी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद अब स्पीड को बढ़ा कर पहला ट्रायल ट्रैक पर किया जा गया। ट्रेन की स्पीड बढ़ाकर इसे 3 घंटे करने की तैयारी है।