Edited By Punjab Kesari, Updated: 04 Mar, 2018 10:06 AM
भारत की रक्षा करने के लिए सुबाथू स्थित 14 जी.टी.सी. ने देश को 237 नए जवान दिए हैं। सलारिया स्टेडियम में शनिवार को दीक्षांत परेड का आयोजन किया गया। इस आयोजन में कोर्स-133 के 237 जवान 42 सप्ताह का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद विधिवत रूप से भारतीय...
सोलन: भारत की रक्षा करने के लिए सुबाथू स्थित 14 जी.टी.सी. ने देश को 237 नए जवान दिए हैं। सलारिया स्टेडियम में शनिवार को दीक्षांत परेड का आयोजन किया गया। इस आयोजन में कोर्स-133 के 237 जवान 42 सप्ताह का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद विधिवत रूप से भारतीय सेना में शामिल हो गए। सेना में शामिल हुए सभी जवानों को 14 जी.टी.सी. के धर्मगुरु रामबनी पाठक ने गीता पर हाथ रख कर संविधान की रक्षा और देश पर मर-मिटने की शपथ दिलाई। सर्वप्रथम 14 जी.टी.सी. के कमांडैंट ने परेड का निरीक्षण करने के बाद सलामी ली।
कमांडैंट आर.एस. रावत ने सभी जवानों को बधाई देते हुए कहा कि वे विश्व की सबसे महानतम सेना में शामिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि 42 सप्ताह की कठिन ट्रेङ्क्षनग दी जाती है ताकि जब जवान अपनी अपनी यूनिट में जाएं तो किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार हों। ब्रिगेडियर आर.एस. रावत ने ट्रेङ्क्षनग के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जवानों को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर मनीष सुबा को बैस्ट रंगरूट के खिताब से नवाजा गया और सुबा को चांदी की खुखरी और मैडल देकर सम्मानित किया गया।