Edited By kirti, Updated: 29 Sep, 2019 05:26 PM
राज्य सरकार प्रदेश की ‘देव संस्कृति’ को संजोकर रखने के लिए प्रतिबद्ध है और इस कार्य में सहयोग करने वालों को सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज यहां कुल्लू ज़िला कारदार संघ के सदस्यों को संबोधित करते हुए कही।...
शिमला (योगराज) : राज्य सरकार प्रदेश की ‘देव संस्कृति’ को संजोकर रखने के लिए प्रतिबद्ध है और इस कार्य में सहयोग करने वालों को सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज यहां कुल्लू ज़िला कारदार संघ के सदस्यों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से जाना जाता है और यहां के लोगों की देवी-देवताओं में गहरी आस्था है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि आने वाली पीढ़ी के लिए यहां की पौराणिक संस्कृति को संरक्षित रखा जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरे के उत्सव के दौरान देव धुन बजाने का निर्णय लिया है जिसमें लगभग 2000 स्थानीय कलाकार भाग लेंगे।
जयराम ठाकुर ने संघ की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। कुल्लू ज़िला के कारदार संघ के अध्यक्ष जय चंद ठाकुर ने मुख्यमंत्री से कुल्लू में देव संस्कृति शोध संस्थान आरंभ करने का आग्रह किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को संघ की विभिन्न मांगों के बारे में भी अवगत करवाया। परिवहन एवं वन मंत्री गोविंद ठाकुर और कारदार संघ के सदस्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।