Edited By kirti, Updated: 24 Dec, 2019 10:00 AM
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार आबकारी कर संग्रहण के माध्यम से राजस्व बढ़ाने पर विशेष जोर दे रही है। राज्य सरकार ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान 1,425 करोड़ रुपए आबकारी टैक्स का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसके मुकाबले 1,500 करोड़ रुपए...
मंडी (ब्यूरो): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार आबकारी कर संग्रहण के माध्यम से राजस्व बढ़ाने पर विशेष जोर दे रही है। राज्य सरकार ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान 1,425 करोड़ रुपए आबकारी टैक्स का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसके मुकाबले 1,500 करोड़ रुपए एकत्रित किए गए। इस वित्त वर्ष 1,625 करोड़ रुपए का आबकारी टैक्स एकत्र करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके मुकाबले अभी तक 1,800 करोड़ रुपए का कर एकत्र किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री सोमवार को मंडी के विपाशा सदन में आबकारी लाइसैंस धारकों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। जयराम ठाकुर ने कहा कि सभी प्रकार की वाइन में फलों के इस्तेमाल की संभावनाओं का पता लगाने पर बल दिया जाना चाहिए क्योंकि इससे बागवानों की आॢथकी में बदलाव लाने की क्षमता है। राज्य सरकार भी किन्नौर की अंगूरी और चुली बीवरेज को पेटैंंट करने और इसके व्यावसायिक उत्पादन की संभावनाओं को तलाश करेगी। उन्होंने लाइसैंस धारकों को आश्वासन दिया कि सरकार उनके सुझावों के लिए तैयार है और इस संदर्भ में उचित कदम उठाए जाएंगे।
आबकारी एवं कराधान विभाग और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू ने कहा कि राज्य में फलों पर आधारित वाइन के उत्पादन पर जोर दिया जाएगा, जिससे न केवल किसानों की आॢथकी मजबूत होगी बल्कि उपभोक्ताओं को गुणात्मक वाइन भी उपलब्ध होगी। आबकारी एवं कराधान आयुक्त अजय शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। बैठक में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर, सांसद रामस्वरूप शर्मा, विधायक राकेश जम्वाल, विनोद कुमार, जवाहर ठाकुर, कर्नल इन्द्र सिंह, प्रकाश राणा और इन्द्र सिंह गांधी भी उपस्थित थे।