Edited By Punjab Kesari, Updated: 14 Mar, 2018 08:04 PM
जयराम सरकार ने पूर्व कांग्रेस सरकार के फैसलों को पलटना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में पूर्व वीरभद्र सरकार द्वारा करसोग में पॉलीटैक्नीक कालेज खोलने की अधिसूचना को रद्द कर दिया है।
मंडी (पुरुषोत्तम): जयराम सरकार ने पूर्व कांग्रेस सरकार के फैसलों को पलटना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में पूर्व वीरभद्र सरकार द्वारा करसोग में पॉलीटैक्नीक कालेज खोलने की अधिसूचना को रद्द कर दिया है। रद्द करने की यह अधिसूचना 4 अक्तूबर, 2017 को जारी की गई थी लेकिन अब इस संबंध में सरकार के पत्र को 12 मार्च, 2018 को राज्यपाल की ओर से जारी किया गया है। एक तरफ जहां करसोग में इस अधिसूचना के रद्द होने की सूचना मिलने से लोगों में गुस्सा है, खासकर कांग्रेसी इस मुद्दे पर आंदोलन करने की तैयारी में हैं तो दूसरी तरफ पांगणा के लोग खुश हंै क्योंकि यह पॉलीटैक्नीक कालेज पांगणा के लिए ही स्वीकृत हुआ था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने पांगणा में खोलने का किया था ऐलान
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने पांगणा में ही इसे खोलने का ऐलान किया था मगर आरोप है कि तत्कालीन विधायक एवं सी.पी.एस. मनसा राम ने इसकी अधिसूचना करसोग की जारी करवा दी। पांगणा को लेकर तर्क था कि वहां पर उद्यान विभाग की काफी भूमि बंजर पड़ी है जिसमें इस कालेज को खोला जाना था। इसके लिए औपचारिकताएं भी पूरी हो गई थीं मगर बाद में इसे करसोग में खोलने की घोषणा कर दी गई। इसके लिए तत्कालीन सरकार ने 40 लाख रुपए का बजट भी जारी कर दिया था मगर अभी तक जमीन आदि फाइनल न होने से अधिसूचना के आगे यह बढ़ नहीं पाया था। उपनिदेशक तकनीकी शिक्षा लेखराज राणा ने कहा कि करसोग पॉलीटैक्रीक कालेज की अधिसूचना रद्द कर दी गई है क्योंकि करसोग में इसके लिए न तो जमीन का स्थानांतरण हो पाया था और न ही दूसरी औपचारिकताएं पूरी हो पाई थीं। इसी कारण से इसे रद्द किया गया है।
कांग्रेस ने किया सड़कों पर उतरने का ऐलान
प्रदेश कांग्रेस समिति के सदस्य महेश राज, जिला परिषद सदस्य श्याम सिंह चौहान, गोपाल कृष्ण व समाजसेवी पूर्ण चंद कौंडल आदि ने करसोग पॉलीटैक्नीक कालेज की अधिसूचना रद्द किए जाने की निंदा की है तथा सरकार के निर्णय को जनविरोधी करार देते हुए इसके लिए खिलाफ सड़कों पर उतरने का ऐलान किया है।