Edited By Punjab Kesari, Updated: 28 Jan, 2018 11:46 PM
मुख्यमंत्री के दौरे में शामिल होने के लिए रविवार को घर से जोगिंद्रनगर निकले आई.पी.एच. मंत्री महेंद्र सिंह ने 2 जगह औचक निरीक्षण कर पेयजल भंडारण टैंकों की साफ-सफाई में अनियमितता बरतने पर एक एस.डी.ओ. व जे.ई. धर्मपुर चार्जशीट और कांढापतन में जे.ई....
मंडी: मुख्यमंत्री के दौरे में शामिल होने के लिए रविवार को घर से जोगिंद्रनगर निकले आई.पी.एच. मंत्री महेंद्र सिंह ने 2 जगह औचक निरीक्षण कर पेयजल भंडारण टैंकों की साफ-सफाई में अनियमितता बरतने पर एक एस.डी.ओ. व जे.ई. धर्मपुर चार्जशीट और कांढापतन में जे.ई. सस्पैंड कर दिया है। ताजा घटनाक्रम में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने कांढापतन-मंडप उठाऊ पेयजल योजना के पम्प हाऊस का रविवार को औचक निरीक्षण किया और पम्प हाऊस की व्यवस्था से संतुष्ट न होने पर उन्होंने एस.डी.ओ. व जे.ई. को मौके पर ही आदेश देकर चार्जशीट करने के निर्देश विभाग के उच्चाधिकारियों को दिए। इसके साथ ही काम में लापरवाही की वजह से जोगिंद्रनगर विस क्षेत्र के मकरीड़ी सैक्शन के जे.ई. को उन्होंने निलंबित किया है।
मंत्री बनने के बाद अधिकारियों को दिए थे सफाई के आदेश
बता दें कि मंत्री बनने के बाद महेंद्र सिंह ने अधिकारियों को टैंकों की नियमित सफाई और स्टोर के सामानों की सूची बनाने के आदेश दिए थे और ऐसा न करने वालों पर कार्रवाई करने की बात कही थी। इसी के चलते मंत्री अपने दौरों के दौरान पेयजल टैंकों व पम्प हाऊस का औचक निरीक्षण कर रहे हैं। उनका का कहना है कि प्रदेश में ऐसे औचक निरीक्षण जारी रहेंगे और जहां भी अनियमितता पाई जाएगी वहां कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जब वह कांढापतन में पहुंंचे तो उन्होंने वहां अनियमितता पाई जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई है। सरकार द्वारा आई.पी.एच. में टैंकों की साफ-सफाई का जो अभियान प्रदेश भर में 1 से 15 जनवरी तक चलाया गया उसकी झूठी रिपोर्ट इन अधिकारियों ने विभाग के उच्चाधिकारियों को भेज दी जबकि पम्प हाऊस का निरीक्षण करने पर टैंकों में गंदगी पाई गई।
धूमल सरकार में बसों की छत पर चढ़कर करते थे चैकिंग
जब महेंद्र सिंह पूर्व धूमल सरकार में परिवहन मंत्री थे तो वे बसों की छत पर चढ़कर चौकिंग किया करते थे। अभी थाची दौरे पर उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने आई.पी.एच. के आलाधिकारियों की मंच पर ही खिंचाई कर दी थी। इसके दूसरे दिन ही सैंट्रल जोन के चीफ इंजीनियर का तबादला मंडी से हमीरपुर हो गया था।