Edited By Punjab Kesari, Updated: 29 Jan, 2018 02:39 PM
जयराम सरकार के मंत्री पूरी तरह से एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। पहले तो वह सिर्फ औचक निरीक्षण ही कर रहे थे, लेकिन अब उन्होंने अधिकारियों पर गाज गिराना भी शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने काम में कोताही बरतने पर...
शिमला: जयराम सरकार के मंत्री पूरी तरह से एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। पहले तो वह सिर्फ औचक निरीक्षण ही कर रहे थे, लेकिन अब उन्होंने अधिकारियों पर गाज गिराना भी शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने काम में कोताही बरतने पर एक एसडीओ सहित दो जेई को सस्पेंड कर दिया है। मंडी के जोगिंद्रनगर में सीएम के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे आईपीएच मंत्री ने कांढापतन मंडप उठाऊ पेयजल योजना और जोगिंद्रनगर की मकरीड़ी सेक्शन की एक उठाऊ पेयजल योजना का औचक निरीक्षण किया।
यहां की व्यवस्था से वह असंतुष्ट नजर आए। क्योंकि अधिकारियों ने रिपोर्ट इसके विपरित दी हुई थी। उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर दी। इस दौरान अनियमितताओं पर उन्होंने धर्मपुर उपमंडल के एक सहायक अभियंता, एक कनिष्ठ अभियंता और मकरीड़ी सेक्शन के कनिष्ठ अभियंता को सस्पेंड कर दिया। निलंबित अधिकारियों का हेडक्वार्टर बदलकर हमीरपुर कर दिया। अधिकारियों की कार्रवाई से यहां हड़कंप मच गया है।
विभाग को सौंपी थी सफाई की झूठी रिपोर्ट
राज्य सरकार ने सत्ता में आते ही आईपीएच विभाग में टैंकों की साफ-सफाई का अभियान प्रदेश भर में चलाया था। यह अभियान 1 से 15 जनवरी तक चलाया गया। यहां अधिकारियों ने सफाई की झूठी रिपोर्ट बनाकर विभाग को दी थी जबकि पम्प हाउस का निरीक्षण करने पर टैंकों में गंदगी पाई गई थी। इसकी पुष्टि खुद आईपीएच मंत्री ने की है।