Edited By Vijay, Updated: 03 Aug, 2019 10:43 PM
उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद सदमें से उबर नहीं पाए हैं। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री की तरफ से सरकार पर लगाए गए आरोप आधारहीन हैं।
शिमला: उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद सदमें से उबर नहीं पाए हैं। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री की तरफ से सरकार पर लगाए गए आरोप आधारहीन हैं। उद्योग मंत्री ने जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रयासों से ही राज्य को विभिन्न योजनाओं में केंद्र से 10,330 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि खुद सत्ता में रहते हुए वित्तीय कुप्रबंधन करने वाले कांग्रेस नेता आज वर्तमान सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।
राष्ट्रीय उच्च मार्गों के लिए डी.पी.आर. तक नहीं बना पाई कांग्रेस
उन्होंने कहा कि केंद्र में यू.पी.ए. सरकार के रहते हुए वर्ष, 2009 में हिमाचल प्रदेश के लिए स्वीकृत विशेष औद्योगिक पैकेज तक वापस लिया गया। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वैस्टर मीट से पहले ही राज्य सरकार की तरफ से प्रतिष्ठित औद्योगिक घरानों के साथ 29 हजार करोड़ रुपए के 253 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की तरफ से स्वीकृत राष्ट्रीय उच्च मार्गों के लिए डी.पी.आर. के लिए जारी राशि का राज्य की तत्कालीन कांग्रेस सरकार सदुपयोग नहीं कर पाई।
मुख्यमंत्री पर आरोप लगाने से पहले यह बात न भूलें नेता प्रतिपक्ष
उन्होंने मुकेश अग्निहोत्री के उस बयान पर भी आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर गैर-हिमाचली अधिकारियों के हाथ की कठपुतली बनने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को यह नहीं भूलना चाहिए की जिन अधिकारियों के खिलाफ वह बयानबाजी कर रहे हैं, वे कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भी महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं।
गणेश दत्त व गुलेरिया ने भी जताई नराजगी
हिमाचल प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष गणेश दत्त एवं शिमला संसदीय क्षेत्र भाजपा प्रभारी पुरुषोत्तम गुलेरिया ने भी नेता प्रतिपक्ष की तरफ से लगाए गए आरोपों की निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि उद्योग मंत्री रहते हुए मुकेश अग्रिहोत्री प्रदेश में निवेश लाने में विफल रहे तथा प्रदेश से उद्योगों ने पलायन किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल ऑन सेल का जो मुद्दा मुकेश अग्निहोत्री उठा रहे हैं, वह समझ से परे है।