Edited By Vijay, Updated: 12 Feb, 2020 08:30 PM
परिवहन मजदूर संघ के सदस्य 19 फरवरी को जंतर मंतर दिल्ली में अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे। दिल्ली में केंद्र सरकार के खिलाफ किए जाने वाले इस महाधरने के लिए भारतीय मजदूर संघ ने बुधवार को शिमला से हुंकार भरी है।
शिमला (योगराज): परिवहन मजदूर संघ के सदस्य 19 फरवरी को जंतर मंतर दिल्ली में अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे। दिल्ली में केंद्र सरकार के खिलाफ किए जाने वाले इस महाधरने के लिए भारतीय मजदूर संघ ने बुधवार को शिमला से हुंकार भरी है। शिमला के पुराने बस अड्डे पर आयोजित गेट मीटिंग के दौरान मजदूर संघ के सदस्यों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। 19 फरवरी को देशव्यापी धरने में देश भर के 25 हजार परिवहन कर्मी जुटेंगे। हिमाचल से भी 1000 परिवहन मजदूर महासंघ के कर्मी इस महाधरने मे भाग लेंगे।
भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय मंत्री सुभाष वर्मा ने कहा 19 फरवरी को मजदूर महासंघ के सदस्य अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में महाधरना करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी मांग निगम के कर्मियों को सरकारी कर्मी घोषित करना, आऊटसोर्स और अनुबंध की नियुक्तियों की जगह नियमित नियुक्तियां करना व राष्ट्रीय परिवहन नीति लागू करवाने और संसोधित मोटर व्हीकल एक्ट के जुर्माने की राशि को कम करना है। उन्होंने प्रदेश में अवैध तरीके से चल रही वोल्वो बसों के संचालन पर भी सवाल उठाए उठाते हुए कहा कि मजदूर संघ के मुताबिक मौजूदा समय में प्रदेश में करीब 1400 निजी बसें चल रही हैं, जिनसे सीधा नुक्सान एचआरटीसी प्रबंधन को हो रहा है क्योंकि इससे एचआरटीसी की बसें खाली चल रही हैं, जिससे एचआरटीसी को घाटा हो रहा है।
मीडिया से बात करते हुए संघ के राष्ट्रीय मंत्री ने कहा कि परिवहन निगम चालक-परिचालकों की भारी कमी से जूझ रहा है, वहीं लंबे समय से निगम में काम कर रहे कई कर्मचारी अभी भी नियमित नहीं हुए हैं जिससे वे वित्तीय लाभ से वंचित रह रहे हैं। संघ ने राज्य सरकार से मांग की है कि सरकार परिवहन निगम में काम कर रहे कर्मचारियों की लंबित मांगों को जल्द पूरा करे। वहीं उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगों को दरकिनार किया गया तो आने वाले समय उग्र आंदोलन होगा।