Edited By Vijay, Updated: 24 Apr, 2019 10:56 PM
तापमान के बढ़ने से तेजी से बर्फ के ग्लेशियर पिघलने लगे हैं, ऐसे में सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ गया है। एकाएक सतलुज नदी में पानी की मात्रा बढ़ने से कभी भी 1500 मैगावाट नाथपा झाखड़ी परियोजना और एक हजार मैगावाट करछम-वांगतू की परियोजना का पानी छोड़ा जा...
रामपुर बुशहर: तापमान के बढ़ने से तेजी से बर्फ के ग्लेशियर पिघलने लगे हैं, ऐसे में सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ गया है। एकाएक सतलुज नदी में पानी की मात्रा बढ़ने से कभी भी 1500 मैगावाट नाथपा झाखड़ी परियोजना और एक हजार मैगावाट करछम-वांगतू की परियोजना का पानी छोड़ा जा सकता है। इस दौरान किन्नौर व रामपुर के लोगों को नदी के इर्द-गिर्द जाने पर रोक लगाई है।
सतलुज नदी में पानी की मात्रा बढऩे से गाद की मात्रा भी बढ़ जाती है। इससे टरबाइनों को भी क्षति होती है। नाथपा झाखड़ी परियोजना के महाप्रबंधक संजीव सूद ने बताया कि सतलुज नदी में पानी की मात्रा बढ़ने से कभी भी परियोजना का पानी छोड़ा जा सकता है। इस दौरान कोई हादसा न हो, इसके बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है।