Edited By prashant sharma, Updated: 31 Oct, 2020 01:54 PM
बनखंडी तथा आसपास के क्षेत्रों में घूम रहे बेसहारा पशुओं की समस्या से इस क्षेत्र के लोग बेहद परेशान हैं। यह बेसहारा पशु लोगों की फसलों को तो नुकसान पहुंचा ही रहे हैं लेकिन साथ में कई लोगों को भी घायल भी कर चुके हैं।
देहरा (राजीव शर्मा) : बनखंडी तथा आसपास के क्षेत्रों में घूम रहे बेसहारा पशुओं की समस्या से इस क्षेत्र के लोग बेहद परेशान हैं। यह बेसहारा पशु लोगों की फसलों को तो नुकसान पहुंचा ही रहे हैं लेकिन साथ में कई लोगों को भी घायल भी कर चुके हैं। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत घेड़ के गांव रवाड़ी में सामने आया है जहां एक बेसहारा बैल ने एक व्यक्ति को मार मार कर लहूलुहान कर दिया। प्राप्त जानकारी अनुसार वेद प्रकाश (55) पुत्र दुर्गादास को शनिवार सुबह एक बेसहारा बैल ने हमला करके उसे बुरी तरह से घायल कर दिया। लोगों ने बताया कि खुले में घूम रहे बेसहारा पशुओं के बीच यह बैल अब तक करीब 3 व्यक्तियों को अपने हमले का शिकार बना चुके हैं जिससे घेड़ पंचायत के लोगों में काफी दहशत का माहौल बना हुआ है।
पीड़ित व्यक्ति वेद प्रकाश ने बताया कि शनिवार सुबह जब वो अपने खेतों में कार्य कर रहा था तो उसने देखा कि उनके खेतों में एक बैल घुस आया है जो कि उनकी फसल को नुकसान पहुंचा रहा था। जब वो उस बैल को अपने खेतों से खदेड़ने गया तो उस बैल ने उसके ऊपर हमला कर दिया। उसने बताया कि उसके चीखने की आवाज सुनकर गांव के व्यक्तियों ने वहां पहुंचकर उसे बैल के चंगुल से छुड़वाया और तुरंत बनखंडी के एक निजी क्लीनिक में ले जाकर उसका उपचार करवाया। उसने बताया कि बैल ने उसको पटक पटक कर मारा है और समय रहते गांव के लोग वहां पहुंचकर उसे नहीं बचाते तो यह बैल उसकी जान ले लेता। वहीं इस घटना में पीड़ित व्यक्ति के सिर तथा शरीर के अन्य हिस्सों में काफी चोटें आयी हैं।
पहले भी बेसहारा बैल 2 व्यक्तियों को बना चुके हैं अपना शिकार
गांव के लोगों ने बताया कि गांव में यह दो-तीन बेसहारा बैल हैं जो पहले भी इसी पंचायत के 2 और लोगों रामस्वरूप सिंह (51) पुत्र घुँघर राम गांव चूरन और जगतार सिंह पुत्र जसवंत सिंह निबासी चूरन को भी अपना शिकार बना चुके हैं और कुछ लोग इन बैलों का शिकार बनने से बाल बाल बचे हैं। लोगों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि आये दिन लोगों के ऊपर हमला करने वाले इन बैलों की समस्या से निजात दिलाई जाए। घेड़ के उपप्रधान बलवीर सिंह ने कहा कि गांव में इससे पहले भी इन बेसहारा बैलों ने 2 लोगों को घायल किया है। ऐसे दो-तीन बेसहारा बैल हैं जो लोगों के लिए खतरे का सबब बने हुए हैं। लोगों के लिए अकेला अपने खेतों में जाना मुश्किल हो गया है क्योंकि यह बैल किसी को भी जब अकेला पाते हैं तो उसे मारने के लिए दौड़ पड़ते हैं। कोई वाहन अगर सड़क किनारे खड़ा होता है उसको भी ये बैल नुकसान पहुंचाते हैं।