Edited By Vijay, Updated: 21 Jun, 2020 07:40 PM
जिला सोलन की ग्राम पंचायत अनहेच के गांव रिहूं में पुलिस ने एक अवैध नशामुक्ति केंद्र सील किया है। जानकारी के अनुसार गांधीग्राम के साथ लगते क्यारूवा रोड पर यह नशामुक्ति केंद्र पिछले 1 वर्ष से अवैध रूप से चलाया जा रहा था। माया फाऊंडेशन के नाम से चलाए...
सोलन (ब्यूरो): जिला सोलन की ग्राम पंचायत अनहेच के गांव रिहूं में पुलिस ने एक अवैध नशामुक्ति केंद्र सील किया है। जानकारी के अनुसार गांधीग्राम के साथ लगते क्यारूवा रोड पर यह नशामुक्ति केंद्र पिछले 1 वर्ष से अवैध रूप से चलाया जा रहा था। माया फाऊंडेशन के नाम से चलाए जा रहे इस नशामुक्ति केंद्र के पास किसी भी तरह की कोई वैध अनुमति नहीं थी। दिल्ली के करोलबाग का रहने वाले जतिन नागर इसका मालिक था। नशा छुड़वाने के नाम पर बेईमानी से वह लोगों को गुमराह कर उनसे पैसा वसूलता था।
गैर-कानूनी तरीके से कमरों में कई-कई दिन बंद रखे जाते थे नशे के आदी लोग
पुलिस का आरोप है कि नशे के आदी लोगों को अवैध रूप से इस नशामुक्ति केंद्र में रखा जाता था। जतिन नागर उन्हें गैर-कानूनी तरीके से नशीली दवाइयां व इंजैक्शन देकर कमरों में कई-कई दिन बंद रखता था। सूचना के आधार पर धर्मपुर पुलिस ने शनिवार शाम को ड्रग इंस्पैक्टर सोलन प्रीति शर्मा व स्थानीय पंचायत प्रधान सुरिंदर ठाकुर की मौजूदगी में इसे सील कर दिया। पुलिस रेड के दौरान उपरोक्त नशामुक्ति केंद्र का मालिक इसके वैध कागजात दिखाने में असमर्थ रहा।
मानव भारती यूनिवर्सिटी की 15 फीस की रसीदें बरामद
तलाशी के दौरान फ्रंट ऑफिस में विभिन्न प्रकार की 28 दवाइयां व 2 छोटे पैकेट ब्लड कलैक्शन ट्यूब भी मिले हैं। एक डायरी भी मिली, जिसमें 19 मरीजों के नाम दर्ज हैं। एक तरफ हाजिरी रजिस्टर, 3 मोहरें व संस्था के विजिटिंग कार्ड, एक लैपटॉप व मानव भारती यूनिवर्सिटी की 15 फीस की रसीदें भी बरामद की गई हैं। पुलिस ने सारा सामान सील कर नशामुक्ति केंद्र के मालिक को बिना अनुमति के इस केंद्र को चलाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।