Edited By prashant sharma, Updated: 14 Mar, 2021 10:37 AM
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व्यस्त कार्यक्रम के बाद देर शाम को लोक निर्माण विभाग फतेहपुर के विश्राम गृह में रात्रि विश्राम के लिए रुके तो शाम ठीक सवा सात बजे भाजपा में रह चुके मंत्री व पूर्व लोक सभा सांसद डॉ राजन सुशांत जोकि मुख्यमंत्री से मिलने अपने...
फतेहपुर (अजय) : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व्यस्त कार्यक्रम के बाद देर शाम को लोक निर्माण विभाग फतेहपुर के विश्राम गृह में रात्रि विश्राम के लिए रुके तो शाम ठीक सवा सात बजे भाजपा में रह चुके मंत्री व पूर्व लोक सभा सांसद डॉ राजन सुशांत जोकि मुख्यमंत्री से मिलने अपने समर्थकों साथ पहुंचे तो पुलिस के कुछ लोगों ने उन्हें वहीं पर रोक लिया। जानकारों की माने तो बिना अनुमति के मुख्यमंत्री से मिलने की इजाजत नहीं है। डॉ राजन सुशांत ने कहा कि मंत्री जनता के होते हैं। उन्होंने कहा कि अगर मंत्री जनता से दूर भागें तो समझो बुरे दिन आने वाले हैं। उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है कि करीब एक लाख कर्मचारी जो एन.पी.एस. के दायरे में आते हैं उनके बारे में कुछ नहीं कहा।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर अगर 2003 के बाद के कर्मचारियों पर अगर एन.पी.एस. में लाए गए हैं तो मंत्री व विधायक क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद अपनी पैंशन छोड़ी है। मुख्यमंत्री व मंत्री बताएं कि आपके कितने लोगों ने अपनी पैंशन छोड़ी। उन्होंने कहा कि एक लाख कर्मचारियों के लिए एक सप्ताह के अंदर अंदर उनको पुरानी पेंशन बहाली की जाए। उन्होंने कहा कि अगर आप अपने विधायकों की पेंशन बंद नहीं कर सकते तो आपका अपना इस्तीफा दे देना चाहिए। मुख्यमंत्री के बयान मेरे हिमाचल में सब ठीक है, इस पर उन्होंने कहा कि अगर सब ठीक है तो इतनी महंगाई, बेरोजगारी क्यों। उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि जितना जनता से दूर जाओगे जनता आपको उतना ही दूर भेज देगी। उन्होंने इस दौरे को महज छलावा कहा। सिर्फ चुनावों को लेकर जनता को छलने का।