Edited By Vijay, Updated: 04 Dec, 2018 10:45 PM
पूर्व मंत्री पंडित सुखराम के मीडिया में आ रहे बयानों को उनके बेटे अनिल शर्मा ने पारिवारिक मसला बताया है जबकि सांसद रामस्वरूप शर्मा ने हाईकमान और जनता के पाले में गेंद डाल दी है।
मंडी: पूर्व मंत्री पंडित सुखराम के मीडिया में आ रहे बयानों को उनके बेटे अनिल शर्मा ने पारिवारिक मसला बताया है जबकि सांसद रामस्वरूप शर्मा ने हाईकमान और जनता के पाले में गेंद डाल दी है। मंगलवार को मंत्री अनिल शर्मा और सांसद राम स्वरूप शर्मा मंडी में अलग-अगल कार्यक्रमों में शिरकत करने आए हुए थे, ऐसे में अनिल शर्मा से जब पूछा गया कि उनके पिता जो बयान जारी कर रहे हैं उस पर उनकी क्या प्रतिक्रिया है तो उन्होंने इस बात को यह कहकर टाल दिया कि यह उनका पारिवारिक मसला है और इसे परिवार के भीतर ही सुलझा लिया जाएगा, वहीं दूसरी तरफ जब सांसद राम स्वरूप शर्मा से पंडित सुखराम के बयानों को लेकर पूछा गया तो उन्होंने गेंद हाईकमान के पाले में डाल दी। रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि उन्हें जनता ने विकास कार्यों के लिए चुना है और वह इसमें पूरी तरह से व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पहले छोटी काशी के लंबित काम निपटाने हैं।
यहां से हुई शुरूआत
मंडी में संपन्न हुए पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन में सांसद रामस्वरूप शर्मा को पार्टी का अगला प्रत्याशी घोषित करने पर बवाल मच गया था। इस बात को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम अपने पोते आश्रय शर्मा की पैरवी करने लगे। आनन-फानन में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष ने अपना बयान बदल दिया। यह मुद्दा इन दिनों प्रदेश की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है।