Edited By Vijay, Updated: 21 Oct, 2020 06:17 PM
कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारों... शायर की इन लाइनों को सच कर दिखाया है एचआरटीसी के ऊना डिपो में बतौर कंडक्टर सेवाएं दे रहे जिला कांगड़ा के छोटे से गांव सेदू थुरल के ऋषि शर्मा ने।
ऊना (अमित): कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारों... शायर की इन लाइनों को सच कर दिखाया है एचआरटीसी के ऊना डिपो में बतौर कंडक्टर सेवाएं दे रहे जिला कांगड़ा के छोटे से गांव सेदू थुरल के ऋषि शर्मा ने। ऋषि के पिता बीएसएफ में कार्यरत हैं और माता गृहिणी हैं जबकि ऋषि की 2 छोटी बहनें भी हैं। माता-पिता के इकलौते बेटे ऋषि को बचपन से ही मॉडलिंग और गायकी का शौक था लेकिन परिवार ऋषि को पढ़ा-लिखाकर इंजीनियर बनाना चाहता था और जमा दो की पढ़ाई के बाद ऋषि ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग भी की।
इंजीनियरिंग के बाद भी नौकरी न मिलने पर ऋषि ने एचआरटीसी में कंडक्टर की पोस्ट के लिए टैस्ट दिया और पास होकर एचआरटीसी में बतौर कंडक्टर तैनात हो गया। एचआरटीसी में तैनाती के बाद भी ऋषि अपने सपनों को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत करता रहा। ऋषि ने एचआरटीसी में कंडक्टरी के साथ-साथ गायकी और मॉडलिंग में भी हाथ आजमाना शुरू कर दिया और कई गानों में बतौर मॉडल काम भी किया।
ऋषि ने पिछले साल बस कंडक्टरों पर लिखा गया ‘टिकटां’ गाना गाया था जिसे अब तक यू-ट्यूब पर 73 लाख लोग देख चुके है। वहीं अब ऋषि का नया पंजाबी-पहाड़ी मिक्स गाना ‘बड़के दा ब्रेकअप’ भी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब धमाल मचा रहा है। 19 अक्तूबर को ऋषि के इस गाने को सिर्फ यू-ट्यूब पर ही 2 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। अपनी इस उपलब्धि से गद्गद् ऋषि जल्द ही 3 नए गानों की तैयारी में जुट गया है। ऋषि कैसे अपनी व्यस्त नौकरी से मॉडलिंग और गायकी के लिए समय निकालता है और आगे ऋषि का क्या लक्ष्य है इन सब बातों को ऋषि ने हमारे साथ सांझा किया।