Edited By kirti, Updated: 28 Mar, 2019 06:11 PM
शिमला प्रदेश विश्वविद्यालय में 24 मार्च को हुई खूनी झड़प को लेकर एबीवीपी ने एसएफआई को जिम्मेदार ठहराया है। एबीवीपी ने सीपीएआईएम नेता संजय चौहान पर विश्वविद्यालय का माहौल खराब करने के आरोप लगाए है और कहा है कि सीपीएआईएम मामले का राजनीतिककरण कर रही है।...
शिमला(योगराज): शिमला प्रदेश विश्वविद्यालय में 24 मार्च को हुई खूनी झड़प को लेकर एबीवीपी ने एसएफआई को जिम्मेदार ठहराया है। एबीवीपी ने सीपीएआईएम नेता संजय चौहान पर विश्वविद्यालय का माहौल खराब करने के आरोप लगाए है और कहा है कि सीपीएआईएम मामले का राजनीतिककरण कर रही है। एबीवीपी की राष्ट्रीय सचिव हेमा ठाकुर ने कहा है कि विश्वविद्यालय में एसएफआई के कार्यकर्ता गैरकानूनी तरीके से राह रहे हैं जो विश्व विद्यालय का माहौल खराब कर रहे हैं। एबीवीपी ने पुलिस और विश्व विद्यालय प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई करके एसएफआई को प्रोटेक्ट करने के आरोप लगाए हैं।
वहीं दूसरी ओर गर्ल होस्टल में दराट लेकर घुसने वाले एबीवीपी के छात्र कार्यकर्ता को लेकर हेमा ठाकुर ने पुलिस को ही गलत ठहराते हुए कहा कि छात्र दराट लेकर होस्टल नहीं गया था बल्कि घायल छात्राओं के लिए एम्बुलेंस लेकर छात्रावास पहुंचा था। वहीं एबीवीपी ने कहा कि पोटरहिल में पहले से संघ की शाखाएं लगती आई है माकपा के नेता का ये कहना बिल्कुल गलत है कि वंहा पर संघ की शाखाएं कभी नहीं लगती थी। एबीवीपी ने विश्वविद्यालय प्रशासन से होस्टल में रहे गैर कानूनी तरीके छात्रों को बाहर निकालने के लिए कदम उठाने की मांग की है।