Edited By kirti, Updated: 04 Aug, 2019 11:32 AM
विकास खंड की बालीचौकी की पंचायत देवधार में एक बुजुर्ग व उसका परिवार टूटे-फूटे घर में रहने को मजबूर है। हालत यह है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। हैरानी की बात तो यह है कि गरीब बुजुर्ग न ही बी.पी.एल. में है और इसे पंचायत से किसी भी प्रकार की सहायता...
बालीचौकी: विकास खंड की बालीचौकी की पंचायत देवधार में एक बुजुर्ग व उसका परिवार टूटे-फूटे घर में रहने को मजबूर है। हालत यह है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। हैरानी की बात तो यह है कि गरीब बुजुर्ग न ही बी.पी.एल. में है और इसे पंचायत से किसी भी प्रकार की सहायता नहीं मिली है। दलित 80 वर्षीय बुजुर्ग जीने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। कभी बुजुर्ग बाप-बेटा अपने रिश्तेदारी में जाकर रातें काटते हैं तो कभी बाप-बेटे बाजार में जहां कहीं उन्हें आश्रय मिल जाता है, वहीं अपनी रात निकाल लेते हैं।
परिवार में बुजुर्ग की पत्नी पहले ही चल बसी है। पंचायत में ऐसे लोग हैं, जिनके पास पक्के मकान हैं और साधन संपन्न हैं उन्हें बी.पी.एल. कर सूची में डाला गया है और उन्हें सुविधाओं का फायदा मिल रहा है। वहीं लोगों ने मामले की पोस्ट सोशल मीडिया में वायरल कर दी है और मामले को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। कुछ लोग पंचायत के प्रबंधन को कोस रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों ने खंड विकास अधिकारी को सीधे तौर पर मामले में संज्ञान लेने की बात की है।