Edited By Simpy Khanna, Updated: 21 Oct, 2019 10:53 AM
बैंकों से भारी भरकम ऋण लेकर होटल बनाने वाले मनाली वासियों की नींद उड़ गई है। पर्यटन कारोबार न चलने से उनकी चिंता बढ़ गई है। मनाली के अधिकतर पर्यटन कारोबारी पिछले 4 महीनों से मंदी की मार झेल रहे हैं। इन कारोबारियों को दशहरा उत्सव के दौरान बेहतर...
मनाली (सोनू): बैंकों से भारी भरकम ऋण लेकर होटल बनाने वाले मनाली वासियों की नींद उड़ गई है। पर्यटन कारोबार न चलने से उनकी चिंता बढ़ गई है। मनाली के अधिकतर पर्यटन कारोबारी पिछले 4 महीनों से मंदी की मार झेल रहे हैं। इन कारोबारियों को दशहरा उत्सव के दौरान बेहतर कारोबार की उम्मीद थी लेकिन दशहरे ने भी इन्हें मायूस किया है। हालांकि हर रोज पहाड़ों में बर्फ के फाहे भी गिर रहे हैं लेकिन मनाली में पर्यटन कारोबार गति नहीं पकड़ रहा है।
हालांकि छुटपुट पर्यटक मनाली आ रहे हैं लेकिन पर्यटकों का सैलाब न उमडऩे से कारोबार गति नहीं पकड़ रहा है। इस साल किसी बड़ी फिल्म यूनिट ने भी मनाली आने में रुचि नहीं दिखाई है। काम न चलने से पर्यटन से जुड़े सभी कारोबारी हताश व निराश हो गए हैं। कुछेक कारोबारी सोशल मीडिया के जरिए प्रदेश सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि कश्मीर खुल गया, जिसका वे स्वागत करते हैं लेकिन मनाली में पर्यटन कारोबार बढ़ाने को सरकार क्या कर रही है। पर्यटन कारोबारी लुद्दर, रोशन, अबरोल, शमशेर व शाम सुंदर का कहना है कि सरकार को मनाली के आधारभूत ढांचे को विकसित करना होगा।
उन्होंने कहा कि मनाली के पास रोहतांग ही एकमात्र पर्यटन स्थल है, जिसके नाम पर पर्यटन कारोबारी अपना कारोबार चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर की तर्ज पर मनाली को विकसित नहीं किया गया तो पर्यटन कारोबार ठप्प हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मनाली के लिए सस्ती हवाई सेवा उपलब्ध करवानी होगी तथा मनाली के अनछुए पर्यटन स्थलों को रोप-वे से जोडऩा होगा। इन कारोबारियों ने कहा कि मनाली के लोगों ने बैंकों से भारी भरकम कर्ज लेकर इन होटलों का निर्माण किया है। अगर सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने को कोई सार्थक पहल नहीं करती है तो मनाली के सभी होटल संचालकों की दिक्कतें बढ़ जाएंगी।