Edited By Jinesh Kumar, Updated: 17 Oct, 2020 11:37 AM
अनलॉक-5 में आवागमन की तमाम बंदिशें हटाने के बावजूद पर्यटन नगरी धर्मशाला में पर्यटन कारोबार अभी तक उतनी रफ्तार नहीं पकड़ सका है। होटल कारोबारी पर्यटकों को ठहरने से लेकर खानपान पर वीकेंड में 35 प्रतिशत व आम दिनों में 50 फीसदी तक छूट दे रहे हैं, लेकिन...
धर्मशाला (ब्यूरो): अनलॉक-5 में आवागमन की तमाम बंदिशें हटाने के बावजूद पर्यटन नगरी धर्मशाला में पर्यटन कारोबार अभी तक उतनी रफ्तार नहीं पकड़ सका है। होटल कारोबारी पर्यटकों को ठहरने से लेकर खानपान पर वीकेंड में 35 प्रतिशत व आम दिनों में 50 फीसदी तक छूट दे रहे हैं, लेकिन अक्तूबर के पहले वीकेंड को छोड़ दें तो होटलों में ऑक्यूपेंसी 10 से 15 फीसदी के बीच ही रही है। शनिवार से शरद नवरात्र शुरू हो रहे हैंए लेकिन होटल कारोबारियों को पर्यटकों की संख्या में इजाफे की उम्मीद कम ही है। अपर धर्मशाला होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रधान अश्वनी बाम्बा ने कहा कि वीकेंड पर जो थोड़े बहुत पर्यटक धर्मशाला घूमने आ रहे हैं, उनमें 95 फीसदी तादाद पड़ोसी राज्य पंजाब व चंडीगढ़ के पर्यटकों की है। उन्होंने कहा कि प्रमुख मन्दिर खुलने के बाद भी धार्मिक पर्यटन जोर नहीं पकड़ सका है। इसका कारण ये है कि कोरोना संकट के चलते अभी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात आदि राज्यों से पर्यटक नहीं आ रहे हैं। अन्य राज्यों के लिए वॉल्वो बस सेवा अभी तक शुरू न होने के चलते भी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में ऑनलाइन बुकिंग भी न के बराबर है। ऐसे में पर्यटन कारोबार को उबरने में अभी काफी वक्त लगेगा।
मार्च में टूरिज्म कार्निवाल की योजना
होटल कारोबारी यह मानकर चल रहे हैं कि अगले साल कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोई वैक्सीन आने की स्थिति में ही पर्यटन गतिविधियां पूरी तरह बहाल हो सकेंगी। होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रधान अश्वनी बाम्बा ने कहा कि पर्यटन कारोबार को गति देने के लिए एसोसिएशन अगले साल मार्च माह में 5 दिनी टूरिज्म कार्निवाल के आयोजन की योजना पर तेज़ी से काम कर रही हैए जिसमें देश.विदेश से पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। सूबे में हैल्थ टूरिज्म की ब्राडिंग से भी पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा।