Edited By Simpy Khanna, Updated: 30 Aug, 2019 10:14 AM
पालमपुर अस्पताल में विशेषज्ञों की तैनाती के बाद अब अस्पताल में एक ऑपरेशन थिएटर होने से मरीजों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस अस्पताल में जिला मंडी के लडभड़ोल सहित कांगड़ा के बैजनाथ, पालमपुर, धीरा, जयसिंहपुर व नगरोटा बगवां उपमंडलों तक के लोग उपचार के...
पालमपुर (मुनीष): पालमपुर अस्पताल में विशेषज्ञों की तैनाती के बाद अब अस्पताल में एक ऑपरेशन थिएटर होने से मरीजों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस अस्पताल में जिला मंडी के लडभड़ोल सहित कांगड़ा के बैजनाथ, पालमपुर, धीरा, जयसिंहपुर व नगरोटा बगवां उपमंडलों तक के लोग उपचार के लिए पहुंचते हैं। रोजाना 1000 से 1400 तक की ओ.पी.डी. देने वाले इस अस्पताल में लोगों की दिक्कतों को देखते हुए कुछ माह में स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर यहां विशेषज्ञों चिकित्सकों की कमी को पूरा किया गया है।
मौजूदा समय में यहां चिकित्सकों के कुल 34 स्वीकृत पदों में से 31 पद भरे जा चुके हैं। इनमें 24 विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद हैं। इस समय अस्पताल में केवल एक ही आप्रेशन थिएटर है। इसी थिएटर में सर्जरी से संबंधित सभी मामलों को देखा जा रहा है। किसी महिला का प्रसव के दौरान सीजेरियन होना हो या फिर आंखों की सर्जरी से जुड़ा मामला हो या फिर हड्डी रोग विशेषज्ञ से जुड़ी कोई सर्जरी या ई.एन.टी. से जुड़ा कोई आप्रेशन हो सभी एक ही आप्रेशन थिएटर पर निर्भर है।
कई बार ऐसे मामले भी हो रहे हैं जब किसी मरीज को आप्रेशन की डेट दी गई होती है तथा सर्जरी विशेषज्ञ आप्रेशन की तैयारी भी शुरू करने लगे होते हैं कि अचानक कोई एमरजैंसी या सीजेरियन होने पर पहले से निर्धारित आप्रेशन को आगे की डेट देनी पड़ती है। हालांकि यहां बन रहे नए भवन में 3 आप्रेशन थिएटर की व्यवस्था की गई है, लेकिन इसे बनने में अभी करीब डेढ़ साल का और समय लग जाएगा।