Edited By kirti, Updated: 22 Apr, 2019 10:27 AM
हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आई.जी.एम.सी. में कार्डियोलॉजी के डॉक्टर ने एक मिसाल पेश की है। हिमाचल में यह पहली बार हुआ है कि बिना सर्जरी के डॉक्टर ने मरीज के दिल से 3 लीड्स निकाली हैं और मरीज का सही उपचार हुआ है। कार्डियोलॉजी के एच.ओ.डी. डा....
शिमला : हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आई.जी.एम.सी. में कार्डियोलॉजी के डॉक्टर ने एक मिसाल पेश की है। हिमाचल में यह पहली बार हुआ है कि बिना सर्जरी के डॉक्टर ने मरीज के दिल से 3 लीड्स निकाली हैं और मरीज का सही उपचार हुआ है। कार्डियोलॉजी के एच.ओ.डी. डा. राजीव भारद्वाज ने बताया कि उनके पास 2014 में सोलन से 70 वर्षीय संजीव गुप्ता नाम का मरीज आया था। उस दौरान उसके दिल में लीड्स डली थीं। 2016 में जब यह मरीज फिर से आया तो उसके दिल में एक नई लीड डाली थी।
ऐसे में मरीज को उसके बाद भी दिक्कतें आनी शुरू हुईं। फिर से यह मरीज अप्रैल, 2019 में आया और चिकित्सक से उपचार करवाने लगा। इस दौरान चिकित्सक ने देखा कि उसके दिल में 3 लीड्स डल चुकी थीं और चिकित्सक ने पाया कि वैंटीटिर में लीड का फै्रक्चर था। ऐसे में चिकित्सक के लिए लीड्स को बाहर निकालना एक तरह से चुनौती बन गया था। कार्डियो के डा. राजीव भारद्वाज ने चुनौती का सामना करते हुए मरीज को ऑप्रेट करना शुरू किया।
उनके पास एक इलाज था कि मरीज की लीड्स को बाहर निकालने के लिए ओपन हार्ट सर्जरी होनी थी लेकिन डा. भारद्वाज ने ओपन हार्ट सर्जरी न करते हुए बिना किसी सर्जरी के मरीज के दिल से तीनों लीड्स बाहर निकालीं और मरीज को परमानैंट पेसमेकर डाला है। अब मरीज बिल्कुल ठीक है। डा. राजीव भारद्वाज ने कहा कि मरीज को स्वस्थ बनाने के लिए डा. राजेश शर्मा, डा. सची संधू, डा. आशु गुप्ता व डा. सबिना आदि ने सहयोग दिया। इन सभी डॉक्टरों ने काफी मेहनत की। सबसे बड़ी बात तो यह है कि हिमाचल में पहली बार इस तरह का उपचार हुआ है। राजीव भारद्वाज ने बताया कि 24 अप्रैल को मरीज आई.जी.एम.सी. से डिस्चार्ज किया जाएगा। डॉक्टर ने कहा कि अब मरीज को कोई दिक्कत नहीं आएगी।