Edited By Kuldeep, Updated: 26 Jul, 2019 04:26 PM
जिला कांगड़ा के धरोहर गांव गरली स्थित सिविल अस्पताल के स्टाफ क्वार्टरों की हालत लंबे समय से दयनीय है जिससे 50 हजार लोगों की सेहत का जिम्मा संभालने वाले गरली अस्पताल के डाक्टर व कर्मचारी जान हथेली पर रखकर अपने क्वार्टरों में रहने को मजबूर हंै।
ज्वाली, (दौलत चैहान): जिला कांगड़ा के धरोहर गांव गरली स्थित सिविल अस्पताल के स्टाफ क्वार्टरों की हालत लंबे समय से दयनीय है जिससे 50 हजार लोगों की सेहत का जिम्मा संभालने वाले गरली अस्पताल के डाक्टर व कर्मचारी जान हथेली पर रखकर अपने क्वार्टरों में रहने को मजबूर हंै। जानकारी के अनुसार अस्पताल परिसर के निकट बने सालों पुराने क्वार्टर जर्जर हो चुके हैं अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि सरकारी क्वार्टरों में छत से पानी रिसता है
छत के स्लेट नीचे गिरने की कगार पर
गौरतलब है कि करीब 3 दशक पूर्व सरकारी आवास स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के रहने के लिए बनाए गए हैं परंतु इन दिनों आवास भवनों की हालत काफी खराब हो चुकी है। आलम ये है कि इनमें दरारें पड़ चुकी हैं। छत के स्लेट नीचे गिरने की कगार पर हैं। दीवारों से प्लास्टर उखड़ चुका है। ऐसे में कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकटी है परंतु अभी तक विभाग की ओर से इनकी मुरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
आवासों की जल्द से जल्द मुरम्मत करवाई जाए
अस्पताल में तैनात डाक्टर ने बताया कि गत दिनों ही उनके बच्चे के ऊपर छत से स्लेट गिर गया था। कर्मचारियों ने स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि गरली अस्पताल के पास बने सरकारी आवासों की जल्द से जल्द मुरम्मत करवाई जाए