Edited By kirti, Updated: 29 Oct, 2019 04:44 PM
1134 करोड क़ी बागवानी विकास परियोजना में ‘वाटर यूजर एसोसिएशन’ का गठन किया जाएगा। इनकी जिम्मेदारी निकट भविष्य में बागवानी परियोजना के तहत बनाई जानी प्रस्तावित सिंचाई योजनाओं को निगरानी करना होगी। विश्व बैंक की शर्त के मुताबिक बागवानी विकास परियोजना के...
शिमला (ब्यूरो):1134 करोड क़ी बागवानी विकास परियोजना में ‘वाटर यूजर एसोसिएशन’ का गठन किया जाएगा। इनकी जिम्मेदारी निकट भविष्य में बागवानी परियोजना के तहत बनाई जानी प्रस्तावित सिंचाई योजनाओं को निगरानी करना होगी। विश्व बैंक की शर्त के मुताबिक बागवानी विकास परियोजना के तहत चयनित कल्सटरों में विभिन्न फलों की खेती शुरु करने से पहले सिंचाई सुविधाएं जुटाई जानी है।
सरकार और परियोजना अधिकारियों में इसे लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था कि सिंचाई सुविधाएं जुटाने के बाद इनकी देखरेख कौन करेगा? आई.पी.एच. मंत्री ने तो बागवानी विकास परियोजना का ईरिगेशन कंपोनेंट आई.पी.एच. को देने का सुझाव भी दिया था, लेकिन विश्व बैंक इस शर्त को मानने को तैयार नहीं है। इसे देखते हुए सरकार अब ‘वाटर यूजर एसोसिएशन’ का गठन करेगी।
सरकार ने इसी प्रोजैक्ट के मार्फत ईरिगेशन विंग चलाने के मकसद से बागवानी परियोजना में आई.पी.एच. के एक अधिशासी अभियंता की तैनाती भी कर ली है, जो कि आगामी दिनों में बागवानी परियोजना के तहत बनने वाली सभी सिंचाई योजनाओं का काम देखेंगे। इसी तरह प्रोजैक्ट में सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता सहित अन्य स्टाफ की पहले ही तैनाती कर दी गई है।