Edited By Prashar, Updated: 06 Jan, 2020 04:29 PM
लो कर लो बात, वो देखते रह गए और CM ने एक और नाटी भी कर ली। ‘सिर्फ पांच साल ही नहीं, नाटी आगे भी चलेगी... अगर विपक्ष भी नचाना चाहे... तो मैं नाचूंगा’ हिमाचल की राजनीति में नाटी पर मचे बवाल के बाद सीएम जयराम ने अपने जन्मदिन पर इन शब्दों को सही साबित...
शिमला: लो कर लो बात, वो देखते रह गए और CM ने एक और नाटी भी कर ली। ‘सिर्फ पांच साल ही नहीं, नाटी आगे भी चलेगी... अगर विपक्ष भी नचाना चाहे... तो मैं नाचूंगा’ हिमाचल की राजनीति में नाटी पर मचे बवाल के बाद सीएम जयराम ने अपने जन्मदिन पर इन शब्दों को सही साबित करते हुए साफ कर दिया है कि ‘भई भाड़ में जाए विपक्षी पार्टियां, CM जयराम तो करेंगे नाटियां’। अक्सर शादी-ब्याह और खुशी के तमाम दूसरे मौके पर लगने वाली नाटी के मुंह अब सियासत लग गई है। लिहाजा इस मदहोश नशे में घुलकर ‘नाटी’ अब ‘सियासी नाटी’ हो गई है। वैसे बवाल ये तब उठा जब सीएम जयराम नाटी करने लगे और विपक्ष के लिए ‘नाटी किंग’ हो गए और अब जो प्रदेश के हालात हैं उससे तो लगता है मानो नाटी ही राजनीति का मुद्दा रह गई हो।
वैसे विपक्ष तो मौकापरस्त है... मौका मिला तो चौका जड़ते हुए हमले बोल रहा है और इस बार ये चौका ‘CM की नाटी’ पर लगा लगा है। लेकिन अगर गिरेवान में झांक कर देखें तो ऐसा बिल्कुल नहीं है, कि अकेले सीएम जयराम ही नाटियां डालते हों। विपक्ष भी इसमें तगड़ा माहिर है। हिमाचल के राजनेता चाहे वो BJP से हों या फिर कांग्रेस से, सब एक से बड़े एक डांसर हैं। सभी एक दूसरे को पीछे छोड़ने वाले हैं। तो चलिए एक-एक कर नजर डालते हैं तमाम उन लोगों पर जो खुद नाटी किंग से कम नहीं हैं और CM के नाटी करने पर उन पर उंगली उठा रहे हैं।
बात चली है तो दूर तक जाएगी... लेकिन सबसे पहले बात उन्हीं की ही कर लेते हैं जो सीएम जयराम को नाटी किंग कह रहे हैं। तो पेश है वो शख्स... और नाम है विक्रमादित्य सिंह...
विक्रमादित्य सिंह
तस्वीरें तो हजारों मिल जाएंगी... लेकिन बात फिलहाल एक ही तस्वीर की करते हैं... नीचे जो तस्वीर आप देख रहे हैं। ये दिसंबर 2016 की है जब सरकार थी कांग्रेस, वीरभद्र सिंह थे मुख्यमंत्री और उनके नवाबजादे विक्रमादित्य सिंह साहब एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने बैजनाथ गए थे। कार्यक्रम का नाम था ‘पंचायत एक विकास अनेक’। स्पीच हुई कार्यकर्ताओं से बात और फिर गाना बजा तो साहब नाटी पर उतर आए। ये वही हैं जो अब सीएम के नाटी करने को उन्हें ‘नाटी किंग’ कह रहे हैं। लेकिन उन्होंने भी जवाब दे दिया ‘गांव का आदमी हूं नाटी डालता रहूंगा’... चलिए अब आगे बढ़ते हैं।
वीरभद्र सिंह
नाटी को लेकर वीरभद्र सिंह का भला कहना ही क्या। अच्छे-अच्छों के पसीने छूट जाते हैं इनको देखकर। खैर इनके बारे में ज्यादा बताने लगें तो शायद ये ठीक नहीं होगा... छह बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह... माननीय हैं... पूजनीय हैं... राजनीति में इनका कोई तोड़ नहीं। लेकिन नाटी में भी ये उतने ही माहिर हैं। उम्र 85 साल है, और ज़ज्बा आज भी 58 जैसा लगता है। जहां नाटी लगी, भइया समझ लो वीरभद्र सिंह दाएं हाथ में तलवार लेकर वहीं शुरू हो गए। नीचे ये तस्वीर जो आप देख रहे हैं ये मई 2017 की है जब वे मुख्यमंत्री थे और शिमला में फाईब्रो स्कैन मशीन का लोकार्पण करने गए थे। इस दौरान नाटी बजी तो सीएम तैयार हो गए और उनका साथ निभाया दिग्गज विद्या स्टोक्स और उस टाइम के स्वास्थ्य मंत्री कौल सिह ठाकुर ने।
ठाकर सिंह भरमौरी
बात अब मनमौजी शख्सियत की कर लेते हैं। ठाकर सिंह भरमौरी भी माननीय हैं और मनमौजी इसलिए हैं कि नीचे लगी तस्वीर उनके लिए इस शब्द को बखूबी फिट बैठा रही है। एक तस्वीर हाल ही में हुए उपचुनाव से सामने आई थी... जब भरमौरी साहब अपने भांजे और धर्मशाला सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार में सड़कों पर ठुमक-ठुमक ठुमके लगा रहे थे। खैर ये तो तब की बात है जब वो सिर्फ पूर्व मंत्री थे। बात तब की करते हैं जब मंत्री थे और 2017 चुनाव के लिए एक बार फिर कांग्रेस प्रत्याशी। ये जनाब तो स्टेज पर थिरकने से नहीं कतराए थे... हम तो इतना ही बता पाएंगे, बाकी ये वीडियो पूरा बखान कर ही देगी।
सतपाल रायजादा
अब बात आती है यंग और डैसिंग पर्सनैलिटी की, जो किसी हीरो से कम नहीं लगते... नाम है सतपाल रायजादा, फिलहाल ऊना सदर से विधायक हैं। जनाब का अभी कुछ दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो डांस करते नहीं बल्कि डांसिंग फ्लोर तोड़ डांस कर रहे थे। बात तब सामने आई जब एक युवक ने उनका वीडियो वायरल कर दिया। वैसे रायजादा के डांस के इस वीडियो में अच्छे खासे व्यूज़ मिले थे।
आप कहेंगे की ये नाटी आखिर सियासती कब हुई, तो साहब बात बहुत लंबी है, जब हम और ज्यादातार आप में से भी पैदा नहीं हुए थे। नीचे तस्वीर में आपको त्रिदेव की तरह तीन शख्स दिख रहे हैं, जिनमें से पहले ठाकुर राम लाल हैं, बीच में हिमाचल निर्माता वाईएस परमार और तीसरे नंबर पर वीरभद्र सिंह। ये तब की तस्वीर है जब हिमाचल बना था तीनों के सिर जवानी बोल रही थी। यानी नाटी सियासती तब हुई थी, जब हिमाचल बनाने वाले यानि हिमाचल निर्माता वाईएस परमार भी जवान थे।
अच्छा जी... ये तो हुए वो लोग जो CM को ‘नाटी किंग’ बताने के पक्ष में थे अब जरा दूसरी पार्टी के हाल देख लीजिए। तो सबसे पहले पेश है हाल ही में धर्मशाला से आई एक तस्वीर जहां सत्तासीन पार्टी के नेता खूब नाच रहे हैं और बाकी तालियों पे तालियां दिए जा रहे हैं। इस तस्वीर में एक तो करसोग से BJP विधायक हीरा लाल हैं.... और दूसरे द्रंग से जवाहर ठाकुर।
दरअसल ये तस्वीर अधूरी थी अब जरा पूरी देख लीजिए जो पूरी की पूरी राजनीति से लबरेज है। तस्वीर वही है, दोनों BJP के विधायक ही हैं, लेकिन तीसरे जनाब CPIM के विधायक हैं। वही विधायक जो सड़क पर उतरकर कभी कांग्रेस के खिलाफ होते हैं, तो कभी BJP के। लेकिन क्या बात है... धर्मशाला में शीतकालीन सत्र के दौरान एक छत के नीचे बज रहे पहाड़ी गाने ने इन्हें एक साथ नाचने को मजबूर कर दिया।
वैसे तो हमने उन सारे खास-खास लोगों को आपके सामने लाकर खड़ा कर दिया जो नाचने गाने के शौकीन हैं, और अगर फिर भी कोई छूट गया तो नीचे वीडियो में देख लें। लेकिन उससे पहले ये अंदाजा लगा लें कि नाटी करना कितना गलत है और कितना सही। क्योंकि प्रदेश की समस्याएं बड़ी हैं... लेकिन साथ में नेता लोगों का मनोरंजन भी तो जरूरी है भाई।