Edited By Vijay, Updated: 13 Jul, 2018 09:54 PM
गत वर्ष आस्टे्रलिया में अल्ट्रामैन रिले रेस जीत चुके बिलासपुर जिला के नोआ गांव निवासी मयंक वैद ने 11 से 13 जून तक आर्च टू आर्क ट्राइथलॉनश इवैंट में भाग लिया तथा इंगलिश चैनल पार करते हुए लंदन से पैरिस पहुंचे।
बिलासपुर (प्रकाश): गत वर्ष आस्टे्रलिया में अल्ट्रामैन रिले रेस जीत चुके बिलासपुर जिला के नोआ गांव निवासी मयंक वैद ने 11 से 13 जून तक आर्च टू आर्क ट्राइथलॉनश इवैंट में भाग लिया तथा इंगलिश चैनल पार करते हुए लंदन से पैरिस पहुंचे। मयंक वैद की इस उपलब्धि से बिलासपुर का नाम विदेश में भी रोशन हुआ है। मयंक वैद ने रङ्क्षनग, स्वीमिंग और साइक्लिंग से लगभग 463 किलोमीटर की दूरी महज 3 दिन में पूरी की। यह उपलब्धि हासिल करने वाले मयंक वैद पहले भारतीय हैं। इस उपलब्धि में उनके सहयोगी आस्टे्रलिया के डेविड रहे।
19 घंटे में दौड़ से पूरी की लंदन से डोवर तक की दूरी
बिलासपुर में पत्रकारों से रू-ब-रू होते हुए मयंक वैद ने बताया कि उन्होंने लंदन से डोवर तक 140 किलोमीटर की दूरी 19 घंटे में दौड़ से पूरी की। उसके बाद उन्होंने इंगलिश चैनल पार किया। कठिन परिस्थितियों से जूझते हुए उन्होंने यह टास्क साढ़े 12 घंटे में पूरा किया। हालांकि इंगलिश चैनल की लंबाई 33 किलोमीटर है लेकिन समुद्र की लहरों से जूझने के कारण उन्हें 55 किलोमीटर सफर तय करना पड़ा। इस इवैंट का तीसरा चरण साइकिं्लग का रहा जिसमें साइकिल के माध्यम से उन्होंने करीब 300 किलोमीटर की दूरी महज 17 घंटे में पूरी की।
चैरिटी से जुटाए 72 लाख रुपए
उन्होंने बताया कि इसी के माध्यम से हांगकांग में रहने वाले भारत के ऐसे अक्षम बच्चों के लिए चैरिटी का आयोजन भी किया गया। जूबेन फाऊंडेशन के सहयोग से हांगकांग में 288 माइल्स, 288 बच्चे नाम से आयोजित इस चैरिटी में लगभग 72 लाख रुपए एकत्रित हुए। इसमें हर वर्ग का सहयोग मिला।
पत्नी को दिया कामयाबी का श्रेय
उन्होंने अपनी इस कामयाबी के पीछे अपनी पत्नी टेलेसा का अहम योगदान बताया। उन्होंने बताया कि अगले वर्ष वह इस इवैंट में बतौर सोलो प्रतिभागी भाग लेंगे। इसमें भी चैरिटी के माध्यम से पैसा जुटाएंगे तथा एकत्रित पैसे को बिलासपुर में समाज कल्याण में खर्च किया जाएगा।