Edited By Vijay, Updated: 11 Sep, 2018 04:55 PM
हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को भी निजी बस ऑपरेटरों ने हड़ताल जारी रखी है। बता दें कि सोमवार को सी.एम. जयराम ठाकुर के आश्वासन के बाद निजी बस यूनियन ने हड़ताल करने का एलान किया था, लेकिन मंगलवार को भी ऑपरेटरों में इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही।
शिमला: हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को भी निजी बस ऑपरेटरों ने हड़ताल जारी रखी है। बता दें कि सोमवार को सी.एम. जयराम ठाकुर के आश्वासन के बाद निजी बस यूनियन ने हड़ताल करने का एलान किया था, लेकिन मंगलवार को भी ऑपरेटरों में इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही और शिमला ग्रामीण सहित 9 जिलों में निजी बसों की हड़ताल जारी रही।
इसके चलते यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। हड़ताल के चलते कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, मंडी, हमीरपुर, सोलन, सिरमौर, कुल्लू और शिमला के ग्रामीण इलाकों में निजी बसें नहीं चलीं। यात्री घंटों एच.आर.टी.सी. बसों का इंतजार करते नजर आए।
जिला सिरमौर की बात करें तो यहां पर भी करीब 160 रूटों पर निजी बसों के पहिये थमे रहे। लिहाजा, पहले दिन की तरह हिमाचल पथ परिवहन निगम ने दूसरे दिन भी अपनी ही बसों को विभिन्न रूटों पर दौड़ाया। आलम यह था कि एच.आर.टी.सी. की बसों में खूब ओवरलोडिंग हुई और लोग छतों पर सफर करने को मजबूर हुए। शहरी क्षेत्रों से ज्यादा परेशानी ग्रामीण क्षेत्रों में निजी बस सेवाएं न मिलने से किसान-बागवान अपनी नकदी फसलों को बाजार तक नही पहुंचा पाए।
इस दौरान सीटों के लिए खूब मशक्कत करनी पड़ी तथा कई यात्रियों को बसों में खड़े होकर ही यात्रा करनी पड़ी। राजधानी शिमला में निजी बसें सामान्य तरीके से चलीं, लेकिन जिले के कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएं ठप रहीं।
जिला हमीरपुर की बात करें तो यहां 400 रूटों पर बसें नहीं चलीं, जिस कारण खासकर छात्रों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। बसों की हड़ताल के चलते छात्र परीक्षाओं में शामिल नहीं हो पा रहे हैं।
वहीं, ऑपरेटर्स यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पाराशर ने कहा कि हड़ताल अभी जारी है। सी.एम. ने आज शाम मंडी के सर्किट हाऊस में बैठक के लिए बुलाया है। जब बातचीत हो जाएगी और मीडिया में आ जाएगी, तभी हड़ताल खत्म होगी।