Edited By Vijay, Updated: 13 Jun, 2018 09:11 PM
रूस में आयोजित बॉक्सिंग के इंटरनैशनल टूर्नामैंट में सुंदरनगर के वीरेंद्र ने सिल्वर मैडल जीत कर इतिहास रच दिया है। बोबर पंचायत से ताल्लुक रखने वाले वीरेंद्र ठाकुर की इस जीत पर क्षेत्र में खुशी की लहर है।
सुंदरनगर (नितेश): रूस में आयोजित बॉक्सिंग के इंटरनैशनल टूर्नामैंट में सुंदरनगर के वीरेंद्र ने सिल्वर मैडल जीत कर इतिहास रच दिया है। बोबर पंचायत से ताल्लुक रखने वाले वीरेंद्र ठाकुर की इस जीत पर क्षेत्र में खुशी की लहर है। वीरेंद्र ने 5 से 13 जून तक आयोजित की गई उमखनोव मैमोरियल बॉक्सिंग इंटरनैशनल प्रतियोगिता में वीरेंद्र को पहली बार भारत की तरफ से 91 किलोभार वर्ग में पंच दिखाने का मौका मिला, जिसमें जीवन के अपने पहले इंटरनैशनल दौरे को वीरेंद्र ने अपने पहले मुकाबले में अजरबाइजान के खिलाड़ी को 5-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
भारत को मिले 3 पदक
मंगलवार को 91 किलोग्राम भार वर्ग में स्वीडन के खिलाड़ी और भारत के वीरेंद्र के बीच फाइनल मुकाबला हुआ। काफी देरी तक चले मुकाबले में वीरेंद्र को हार का सामना करना पड़ा। वीरेंद्र ने टूर्नामैंट में बेहतर प्रदर्शन कर देश के लिए सिल्वर मैडल अर्जित किया है। जानकारी के अनुसार सुंदरनगर के वीरेंद्र ने 91 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर, दिल्ली के गौरव ने 56 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य और राजस्थान के बृजेश यादव ने 81 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मैडल हासिल किया है। वीरेंद्र के पिता विद्युत विभाग के कर्मी और माता गृहिणी हंै।
स्कूल स्तर से हुई बॉक्सिंग करियर की शुरूआत
वीरेंद्र ने अपने बॉक्सिंग करियर की शुरूआत स्कूल स्तर से की और लगातार अपना खेल जारी रखते हुए अपनी पढ़ाई एम.एल.एस.एम. कालेज से की और बॉक्सिंग सैंटर सुंदरनगर में कोच नरेश कुमार की देखरेख में अभ्यास करते रहे और कई नैशनल प्रतियोगिता में मैडल जीते तो यूनिवर्सिटी स्तर पर हिमाचल को मैडल दिलाए। कालेज की पढ़ाई खत्म होते ही खेल कोटे से वीरेंद्र का चयन इंडियन आर्मी के लिए हुआ, जहां वीरेंद्र ने अपने खेल को आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीच्यूूट पुणे में निरंतर जारी रखा और इनका चयन एन.आई.एस. पटियाला में इंडिया कैंप के लिए हुआ।