Edited By kirti, Updated: 16 Oct, 2018 04:41 PM
परिंदों को मिलेगी मंजिल एक दिन, ये फैले हुए उनके पर बोलते हैं और वही लोग रहते हैं खामोश अक्सर जमाने में जिनके हुनर बोलते हैं। इन पंक्तियों को सार्थकता प्रदान करती है आनी उपमंडल के च्वाई की पूजा राज शर्मा। शिव राज शर्मा और मीना के घर पैदा हुई पूजा...
आनी : परिंदों को मिलेगी मंजिल एक दिन, ये फैले हुए उनके पर बोलते हैं और वही लोग रहते हैं खामोश अक्सर जमाने में जिनके हुनर बोलते हैं। इन पंक्तियों को सार्थकता प्रदान करती है आनी उपमंडल के च्वाई की पूजा राज शर्मा। शिव राज शर्मा और मीना के घर पैदा हुई पूजा राज बचपन से ही शिक्षा, खेल, संस्कृति व पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर अपने हुनर के बूते अग्रिम पंक्ति में रही हैं। 10वीं कक्षा की पढ़ाई स्थानीय विद्यालय राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय च्वाई से अव्वल दर्जे में उत्तीर्ण की।
अपने स्कूल समय से ही पूजा राज विभिन्न प्रतियोगिताओं में अव्वल रही है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पूजा ने वर्ष 2012 में बी.एड. और वर्ष 2013 में एम.एड. किया। इतना ही नहीं, वर्ष 2015 में प्रदेश विश्वविद्यालय से सामाजिक शास्त्र में एम.ए. भी की। वर्ष 2015-16 के शैक्षणिक सत्र में डिप्लोमा इन गाइडैंस एंड काऊंसलिंग करने के लिए प्रवेश पाया। कोर्स के दौरान छात्र पेशेवर, सैद्धांतिक ज्ञान, नैतिक तर्क, अनुसंधान विधियां, मार्गदर्शन और परामर्श जैसे बिंदुओं पर पूजा राज ने अपनी प्रतिभा का जमकर प्रदर्शन किया। पूजा राज ने बाल विकास, गृह विज्ञान, मनोविज्ञान, मानव विकास और बचपन अध्ययन, चिकित्सा और सामाजिक कार्यों जैसे कोर्सों पर आधारित विषयों पर अपनी पकड़ और गहरी की। यही कारण था कि पूजा राज अपने बैच की टॉपर रही। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पूजा राज को यह सम्मान 30 अक्तूबर को प्रदान करेंगे।
पूजा राज ने कहा कि अगर हम मेहनत से एक निश्चित लक्ष्य की ओर बढ़ें तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है। बस आवश्यकता है तो एक आदर्श मार्गदर्शन की और उस पर दृढ़ता के साथ चलने की। पूजा राज ने अपनी सफलता का श्रेय अपने अध्यापकों समेत विशेषतौर पर अपनी माता मीना ठाकुर और नानी लीला देवी और अपनी छोटी बहन प्रीति राज को दिया है। पूजा राज ने कहा कि इस गोल्ड मैडल के पीछे जितनी मेरी मेहनत है, उससे कहीं ज़्यादा मेरे घरवालों की प्रेरणा और प्रयास हैं।