Edited By Vijay, Updated: 25 Jul, 2019 07:21 PM
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एच.पी.यू.) ने कॉलेजों में स्नातक स्तर पर प्रवेश का एक और मौका दिया है। विद्यार्थी अब 31 जुलाई तक कॉलेजों में प्रवेश ले सकते हैं। कॉलेज प्रबंधनों व विद्यार्थियों के आग्रह पर कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने विद्यार्थियों के...
शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एच.पी.यू.) ने कॉलेजों में स्नातक स्तर पर प्रवेश का एक और मौका दिया है। विद्यार्थी अब 31 जुलाई तक कॉलेजों में प्रवेश ले सकते हैं। कॉलेज प्रबंधनों व विद्यार्थियों के आग्रह पर कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए कॉलेज में दाखिले के लिए एक और मौका दिया है। कुलपति के पास बीते दिनों कॉलेजों के प्रधानाचार्यों व विद्यार्थियों की ओर से पत्र आए थे, जिनमें यह आग्रह किया गया था कि कॉलेजों में स्नातक स्तर के विषयों में प्रवेश की तिथि आगे बढ़ाई जाए, ऐसे में किन्हीं कारणों से स्नातक स्तर पर प्रवेश से वंचित रहे विद्यार्थियों को प्रवेश लेने का मौका दिया गया है।
31 जुलाई को शाम 5 बजे तक ले सकते हैं प्रवेश
इसको लेकर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने अधिसूचना जारी कर दी है। अधिसूचना के तहत विद्यार्थी अब 31 जुलाई को शाम 5 बजे तक कॉलेजों में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं, साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि 31 जुलाई के बाद किसी भी परिस्थिति में प्रवेश की तिथि और आगे नहीं बढ़ाई जाएगी।
पसंदीदा विषय में प्रवेश मिलना मुश्किल
भले ही विश्वविद्यालय ने प्रवेश की तिथि आगे बढ़ाई है लेकिन प्रदेश के कई कॉलेज ऐसे भी हैं, जहां पर लगभग सभी सीटें पहले ही फुल हो गई हैं। इसके अलावा कई कॉलेजों में चुनिंदा विषयों में सीटें खाली हैं और वह भी सीमित संख्या में, ऐसे में प्रवेश से वंचित विद्यार्थियों को अब अपने पसंदीदा विषय में प्रवेश मिलना काफी मुश्किल है। इससे पहले विश्वविद्यालय ने प्रवेश की तिथि 20 जुलाई तक बढ़ाई थी लेकिन उसके बाद भी कुछ विद्यार्थी प्रवेश प्राप्त करने के लिए कॉलेज पहुंच रहे थे। शिमला शहर के कॉलेजों की बात की जाए तो यहां पर कुछ विषयों में सीटें खाली हैं और इन्हीं सीटों पर ही प्रवेश मिल पाएगा।
क्या बोले एच.पी.यू. के कुलपति
एच.पी.यू. के कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय ने प्रवेश की तिथि प्रदेश की विषम भौगोलिक स्थिति व विद्यार्थियों की दिक्कतों के मद्देनजर रखते हुए बढ़ाई है ताकि वे प्रवेश ले सकेें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न भागों से विद्यार्थियों ने उनसेमुलाकात की थी व भारी वर्षा व अन्य कारणों से कॉलेजों में प्रवेश न ले पाने की सूचना दी, जिसके आधार पर उन सभी छात्र-छात्राओं के लिए यह निर्णय लिया गया है।