सड़क दुर्घटनाओं को लेकर 22वें तो मौतों को लेकर 20वें स्थान पर हिमाचल

Edited By Vijay, Updated: 16 Dec, 2020 11:31 PM

himachal on 22th place about road accidents and 20th place on deaths

पहाड़ी प्रदेश हिमाचल सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को लेकर देश में 22वें और सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों के मामले में 20वें स्थान पर है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।

शिमला (राक्टा): पहाड़ी प्रदेश हिमाचल सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को लेकर देश में 22वें और सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों के मामले में 20वें स्थान पर है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। प्रदेश में करीब प्रतिवर्ष करीब 3 हजार सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिसके परिणाम स्वरूप हर साल करीब 1200 लोगों की मौत हो जाती है। पुलिस विभाग के अनुसार यदि सड़क हादसों में हुई मौतों की तुलना प्रत्येक वर्ष राज्य में होने वाली लगभग 100 हत्याओं से करें तो पता चलता कि सड़क दुर्घटनाएं राज्य में मानव जीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। राज्य में प्रत्येक दुर्घटना में एक से अधिक मौतें होती हैं और कभी-कभी बड़े वाहनों के  दुर्घटनाग्रस्त होने की स्थिति में एक सड़क दुर्घटना में दोहरे अंक में भी मृत्यु हो सकती है।

2020 में सड़क दुर्घटनाओं में 23 प्रतिशत की कमी

हालांकि देखा जाए तो हिमाचल में वर्ष 2019 के आंकड़ों की तुलना में चालू वर्ष 2020 में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 23 प्रतिशत की कमी आई है। इसके साथ ही सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों के आंकड़ों में भी 22 प्रतिशत की कमी है और सड़क दुर्घटनाओं में चोटें आदि लगने में भी 37 प्रतिशत की कमी आई है। वर्ष 2019 में प्रदेश के तहत सड़क दुर्घटनाओं के 2629 मामले सामने आए थे जबकि वर्ष 2020 (30 नवम्बर तक) यह आंकड़ा 2014 रहा। इसी तरह वर्ष 2019 में सड़क दुर्घटनाओं के चलते 1020 लोगों ने दम तोड़ा जबकि चालू वर्ष में यह आंकड़ा बीते 30 नवम्बर तक 788 था। वर्ष 2019 में सड़क दुर्घटनाओं के चलते 4541 लोगों को चोटें आईं जबकि चालू वर्ष में यह आंकड़ा बीते 30 नवम्बर तक 2855 था।

199 देशों में पहले स्थान पर भारत, विकलांगता का भी प्रमुख

एमओआरटीएच रिपोर्ट के अनुसार 199 देशों में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों की संख्या में भारत पहले स्थान पर है। एमओआरटीएच के अनुसार देश में सड़क दुर्घटनाएं मौत, विकलांगता और अस्पताल में भर्ती होने का एक प्रमुख कारण बनी हुई हैं। दुनिया में सड़क दुर्घटना से संबंधित मौतों में से 11 फीसदी भारत में होती हैं। औसतन भारत सड़क यातायात दुर्घटनाओं के कहर से हर साल लगभग 1,50,000 मानव जीवन खो देता है।

पुलिस विभाग ने दिए ये निर्देश

हिमाचल पुलिस के अनुसार लोग सुबह और शाम सैर करते समय सड़क यातायात से सावधान रहें। सड़कों पर जमे पाले से सावधान रहें, यह पाला ठंड में सुबह सड़क पर फिसलन का कारण बनता है। इसके साथ ही घने कोहरे में बाहर निकलने से बचें। वाहन तेज गति से न चलाएं। मदिरा का सेवन कर वाहन न चलाएं। विभाग के अनुसार पुलिस कोविड-19 के चलते एल्को सैंसर नहीं प्रयोग कर रही है। सभी वाहन चालक संयम बरतें।

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