Edited By Vijay, Updated: 30 Jun, 2018 10:20 PM
हिमाचल प्रदेश ने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पी.एम.एस.एम.ए.) के अंतर्गत अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए देश भर में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव...
शिमला: हिमाचल प्रदेश ने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पी.एम.एस.एम.ए.) के अंतर्गत अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए देश भर में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य बी.के. अग्रवाल को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया। बी.के. अग्रवाल ने बताया कि केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को पी.एम.एस.एम.ए. क्लीनिकों में सर्वाधिक गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच करवाने के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया है।
अगस्त, 2016 में आरम्भ किया था अभियान
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने यह अभियान अगस्त, 2016 में आरम्भ किया था और इसके अंतर्गत 495 पी.एम.एस.एम.ए. क्लीनिक स्थापित किए गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अगस्त, 2016 से मई, 2018 तक पंजीकृत 1,28,058 गर्भवती महिलाओं में से 87,414 (68.26 प्रतिशत) महिलाओं ने पी.एम.एस.एम.ए. क्लीनिक में चिकित्सकों से प्रसव पूर्व जांच करवाई।
हर महीने की 9 तारीख को होती है प्रसव पूर्व जांच
उन्होंने कहा कि पी.एम.एस.एम.ए. के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की हर महीने की 9 तारीख को चिकित्सक की तरफ से प्रसव पूर्व जांच की जाती है। इस उद्देश्य के लिए निजी क्षेत्र से स्वयं सेवा करने वाले चिकित्सकों पर विशेष बल दिया जा रहा है। विशेष पूर्व प्रसव जांच के दौरान उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित करके महिलाओं का उपचार व मार्गदर्शन किया जाता है ताकि उनका संस्थागत प्रसव हो सके। इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दरों में कमी लाई जा सकेगी।
देश के निजी चिकित्सकों को भी 36 पुरस्कार
उन्होंने कहा कि देश के निजी चिकित्सकों को भी 36 पुरस्कार प्रदान किए गए, जिनमें से जिला मंडी के डा. जनदीप बंगा को विशिष्ट सेवा के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उप आवासीय आयुक्त विवेक महाजन तथा राज्य कार्यक्रम अधिकारी डा. अनादि गुप्त भी इस अवसर पर उपस्थित थे।