Edited By Vijay, Updated: 30 Apr, 2020 07:25 PM
पिछले कल इरफान खान के बाद आज हिंदी सिनेमा जगत का एक ओर बहुमूल्य सितारा ऋषि कपूर इस जगत को अलविदा कह कर चला गया। सम्पूर्ण सिनेमा जगत के साथ-साथ हर वो शख्स उदास और व्यथित है जो बेहद सरल और सौम्य स्वभाव के इस कलाकार को नजदीक से जानता और पहचानता था।
ज्वालामुखी (नितेश): पिछले कल इरफान खान के बाद आज हिंदी सिनेमा जगत का एक ओर बहुमूल्य सितारा ऋषि कपूर इस जगत को अलविदा कह कर चला गया। सम्पूर्ण सिनेमा जगत के साथ-साथ हर वो शख्स उदास और व्यथित है जो बेहद सरल और सौम्य स्वभाव के इस कलाकार को नजदीक से जानता और पहचानता था। हिमाचल प्रदेश में भी कांगड़ा जिले के धरोहर गांव परागपुर और गरली में ऋषि कपूर के देहांत के बाद शोक की लहर दौड़ गई।
ऋषि कपूर 2008 में फिल्म ‘चिंटू जी’ की शूटिंग के लिए धरोहर गांव परागपुर में 35 दिन के लिए रुके थे। स्थानीय व्यवस्थाओं का इंतजाम करने के लिए उनके साथ परागपुर के तत्कालीन प्रधान रूपेंद्र सिंह डैनी व बतौर लाइन प्रोड्यूसर गांव पंचायत बणी के अमित ठाकुर ने काम किया था। रूपेंद्र सिंह डैनी ने पंजाब केसरी को बताया कि ‘चिंटू जी’ फिल्म के सिलसिले में जब वह पहली बार ऋषि कपूर से परागपुर में मिले तो उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि भारतीय सिनेमा जगत का इतना बड़ा सितारा इतना सरल व मिलनसार होगा। प्रधान बताते हैं कि लगातार 35 दिन परागपुर में रहने के कारण ऋषि कपूर के साथ उनकी नजदीकियां कब घनिष्ठ मित्रता में बदल गईं पता ही नहीं चला।
ऋषि कपूर जब भी अपने काम से फ्री होते थे तो उन्हें फोन करके मिलने के लिए बुला लेते थे। मुलाकात के दौरान बातें इस तरह होती थी मानों कितने ही वर्षों से मैं और ऋषि कपूर एक-दूसरे को जानते हों। कोई दिन ऐसा नहीं जाता था जब हमने एक साथ इकट्ठे बैठकर दोपहर का या रात्रि का भोजन न किया हो। उन्होंने बताया कि ‘चिंटू जी’ फिल्म के कुछ सीन परागपुर के साथ-साथ गरली में भी फिल्माए गए थे। इसी दौरान चंबापत्तन में बहती ब्यास नदी व प्राचीन शिव मंदिर महाकालेश्वर में भी मैं उनके साथ-साथ रहा व इस क्षेत्र के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी। ऋषि कपूर की सैट पर होने के बावजूद भी थोड़ा-सा समय मिलते ही वह उन्हें देखकर प्रधान जी नमस्कार दूर से आवाज लगा देते थे।
ऋषि कपूर के साथ बतौर लाइन प्रोड्यूसर काम करने वाले अमित ठाकुर बताते हैं कि कपूर हिमाचल व यहां के लोगों से बहुत स्नेह और प्रेम रखते थे। वो कहते थे कि यहां के लोगों की सादगी और सरलता उन्हें बहुत ऊर्जा प्रदान करती है। कभी-कभी मन करता है कि शहरों की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर यहीं बसकर अपनी जिंदगी गुजारूं। रूपेंद्र सिंह डैनी, अमित ठाकुर, ग्राम पंचायत मुहिं की पूर्व प्रधान स्नेहलता परमार, ग्राम पंचायत कलोहा के पूर्व प्रधान हंसराज धीमान, ग्राम पंचायत चौली के पूर्व प्रधान उपेंद्र धीमान, परागपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक नवीन धीमान सहित सैंकड़ों लोगों ने ऋषि कपूर के देहांत पर शोक प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।