हिमाचल की बेटी के सिर सजा 'किसमें कितना है दम' का ताज, नॉर्थ इंडिया में झटका प्रथम स्थान (Video)

Edited By Ekta, Updated: 06 Aug, 2018 12:48 PM

मन में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो इंसान किसी भी मुकाम को हसिल कर सकता है। कुछ ऐसा ही जज्बा सुंदरनगर की 15 वर्षीय कविता में दिखा। हाल ही में ''किसमें कितना है दम'' सीजन-3 के ग्रैंड फिनाले का आयोजन चंडीगढ़ में किया गया। जिसमें छोटी काशी के मंडी...

सुंदरनगर (नितेश सैनी): मन में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो इंसान किसी भी मुकाम को हसिल कर सकता है। कुछ ऐसा ही जज्बा सुंदरनगर की 15 वर्षीय कविता में दिखा। हाल ही में 'किसमें कितना है दम' सीजन-3 के ग्रैंड फिनाले का आयोजन चंडीगढ़ में किया गया। जिसमें छोटी काशी के मंडी जिला सुंदरनगर से संबंध रखने वाली कविता ने नॉर्थ इंडिया में प्रथम स्थान झटक करके हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया है। उसकी इस उपलब्धि से जहां एक और हिमाचल का नाम देशभर में रोशन हुआ है, वहीं कविता ने हिमाचल के युवा प्रतिभाओं को भी एक नई राह दिखाई है। 
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कविता ने बताया कि 7 दिनों तक चंडीगढ़ में चलने वाले इस ग्रांड फिनाले में पंजाब, हरियाणा हिमाचल समेत अन्य पड़ोसी राज्यों से 300 के तकरीबन प्रतिभागियों ने भाग लिया और वहां पर सजे 'किसमें कितना है दम' के ग्रैंड फिनाले के मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उसने सैकड़ों प्रतिभाओं को मात देते हुए इस फिनाले का ताज अपने सिर नाम किया। उनकी इस उपलब्धि से जहां एक ओर सुंदरनगर क्षेत्र का नाम रोशन हुआ है। वहीं दूसरी ओर कविता के पिता दुर्गादास माता माता मीरा देवी सहित उसकी बड़ी बहन रंजीता ने भी उसको बधाई देते हुए भविष्य में इस तरह के उम्दा प्रदर्शन की आशा जाहिर की है। 


वह डीएवी पब्लिक स्कूल सुंदरनगर में 11वीं की मेडिकल की छात्रा है और उसके पिता दुर्गादास लोक निर्माण विभाग में जेई के पद पर कार्यरत हैं। जबकि माता मीरा देवी अध्यापिका है। इस रियलिटी शो में उसने अपना सफर महावीर पब्लिक स्कूल के आंगन में आयोजित ऑडिशन शुरू किया और उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। कविता ने उसके बाद धर्मशाला शिमला में भी अपने ऑडिशन दिए और उसके बाद अंतिम चयन में जालंधर में आयोजित ऑडिशन से हुआ और अभी हाल ही में संपन्न हुए इस सात दिवसीय शो के ग्रैंड फिनाले के समारोह में कविता ने भाग लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।


इस दौरान वहां पर कविता ने फोक डांस और भांगड़ा में अपनी परफॉर्मेंस तकरीबन 2:45 मिनट पर मौजूदा निर्णायक मंडल में कोरियोग्राफर लवपासी, सिंगर गुरप्रीत सिंह, प्रीत हरपाल, राहुल शर्मा को सोचने पर विवश कर दिया। इससे पहले कविता ने हिमाचल प्रदेश के अग्रणी समाचार पत्र दिव्य हिमाचल के डांस हिमाचल डांस के ऑडिशन में सुंदरनगर में भी भाग लिया। स्कूल में भी आयोजित विभिन्न गतिविधियों में अपना उम्दा प्रदर्शन करते हुए एक गहरी छाप डांस कार्यक्रम में थोड़ी है और मनाली में आयोजित विंटर कार्निवल में भी कविता ने भाग लिया। उसने अपने इस जीत का श्रेय परिजनों अभिभावकों रिश्तेदारों और स्कूल के सहपाठियों को दिया है। जिन सबके सहयोग और आशीर्वाद से वह आज इस मुकाम पर पहुंची है। 


कविता का कहना है कि उन्हें इस कार्यक्रम में पहुंचाने में जहां एक और पिता दुर्गादास और माता मीरा देवी का पूरा आशीर्वाद रहा है। वहीं उनके मित्रगण रिया ने यहां पर आयोजित अधिवेशन में भाग लेने के लिए उसे प्रेरित किया। कविता को सम्मान स्वरूप मेडल विजेता ट्रॉफी स्मृति चिह्न 5100 रुपए का चेक देकर नवाजा गया है। यह सम्मान कविता को अंडर 15 कैटेगरी में प्राप्त हुआ है। कविता ने इस कार्यक्रम के डायरेक्टर वरुण बंसल और कॉ-डायरेक्टर सोनाक्षी बंसल का आभार व्यक्त किया है।

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