Edited By Vijay, Updated: 30 Nov, 2019 04:51 PM
हिमाचल कांग्रेस की भंग कार्यकारिणी के गठन से पहले हाईकमान ने सुखविंदर सिंह सुक्खू के समय में बने संगठनात्मक जिलों व ब्लॉक पर पूरी तरह से कैंची चला दी है। अब कांग्रेस में 13 जिला कार्यकारिणी होंगी। इसी तरह प्रदेश भर में कांग्रेस के 68 ब्लॉक होंगे।
शिमला: हिमाचल कांग्रेस की भंग कार्यकारिणी के गठन से पहले हाईकमान ने सुखविंदर सिंह सुक्खू के समय में बने संगठनात्मक जिलों व ब्लॉक पर पूरी तरह से कैंची चला दी है। अब कांग्रेस में 13 जिला कार्यकारिणी होंगी। इसी तरह प्रदेश भर में कांग्रेस के 68 ब्लॉक होंगे। इसमें सिर्फ एक अलग संगठनात्मक जिला रहेगा जोकि शिमला अर्बन के नाम से होगा। बता दें कि प्रदेशभर में प्रशासनिक तौर पर कुल 12 ही जिले हैं लेकिन कांग्रेस में शिमला अर्बन नाम से एक अलग संगठनात्मक जिला भी होगा। इस हिसाब से कांग्रेस की 13 कार्यकारिणी होंगी।
बता दें कि सुक्खू के समय 17 संगठनात्मक जिले हुआ करते थे, उनमें सबसे बड़े जिला कांगड़ा को 4 हिस्सों में बांट दिया गया था, इसमें कांगड़ा, देहरा, पालमपुर व नूरपुर नाम से 4 अलग-अलग कार्यकारिणी काम कर रही थीं। शिमला में ग्रामीण के नाम से एक अलग कार्यकारिणी कार्यरत थी। इसी तरह मंडी में मंडी व सुंदरनगर कार्यकारिणी काम कर रही थीं। अब नए स्वरूप के तहत शिमला अर्बन नाम से ही एक अलग संगठनात्मक कार्यकारिणी होगी। इसी तरह प्रदेशभर के 68 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस का एक-एक ब्लॉक ही काम करेगा।
सुक्खू के समय ब्लॉक की संख्या 84 कर दी गई थी। इसमें कई विधानसभा क्षेत्रों में 2-2 ब्लॉक काम कर रहे थे, जिनमें लाहौल-स्पीति में उदयुपर व काजा, चौपाल में नेरवा व कुपवी, भरमौर में पांगी अलग से ब्लॉक इसके उदाहरण रहे हैं। अब जब नई कार्यकारिणी बनकर सामने आएगी तो उसमें ऐसे ब्लॉक का अस्तित्व कहीं भी नहीं रहेगा। यानी हर विधानसभा क्षेत्र का एक ही ब्लॉक होगा। इस पर दिल्ली में अंतिम चर्चा के बाद अप्रूवल ले ली गई है, अब इसी आधार पर नई कार्यकारिणी का गठन सप्ताहभर के भीतर होने जा रहा है।