यहां पुलों के लिए खतरा बना खनन माफिया

Edited By Punjab Kesari, Updated: 26 Mar, 2018 01:16 AM

here mining mafia danger for the bridges

लोक निर्माण मंडल जोगिंद्रनगर के तहत निर्मित करोड़ों रुपए की लागत से बने पुलों को खनन माफिया से सुरक्षा मुहैया करवाने में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के प्रयास नाकाफी दिख रहे हैं।

जोगिंद्रनगर: लोक निर्माण मंडल जोगिंद्रनगर के तहत निर्मित करोड़ों रुपए की लागत से बने पुलों को खनन माफिया से सुरक्षा मुहैया करवाने में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के प्रयास नाकाफी दिख रहे हैं। विभाग के पास इन पुलों के आसपास खनन रोकने को न तो नीयत साफ है न ही कोई नीति उनके पास है, जिसके चलते खनन माफिया के हौसले बुलंद हैं। स्थिति यह है कि पुलों के आसपास प्रतिबंधित क्षेत्र में खनन पर कड़े नियमों के बावजूद खनन माफिया आराम से पुलों के नीचे से रेत-बजरी निकाल कर चांदी कूट रहा है तथा विभाग मौन है।

अधिकारी महज नोटिस तक ही सीमित 
कई स्थानों पर तो स्थिति यह है कि बेखौफ माफिया पुलों के पिल्लरों से महज कुछ मीटर की दूरी से ही खनन कर विभाग के अधिकारियों को ठेंगा दिखाने में जुटे हैं फिर भी अधिकारी महज नोटिस तक ही खुद को सीमित कर रहे हैं। जोङ्क्षगद्रनगर लोक निर्माण मंडल के तहत 2 दर्जन से अधिक छोटे व बड़े पुल हैं, जिनमें से एक दर्जन से भी अधिक पुल अवैध खनन के चलते खतरे के साय में हैं। 

कड़े हैं नियम लेकिन सिर्फ कागजों में
अवैध खनन को लेकर सभी सरकारें एक ही भाषा बोलती हैं तथा खनन को रोकने के लिए नियम भी कड़े बना रखे हैं। मौजूदा सरकार तो खनन नीति में ही बदलाव कर इसे और कड़ा करने की बात कर रही है। मौजूदा समय में भी पुलों के ऊपर या नीचे 500 मीटर तक किसी प्रकार के खनन पर पूरी तरह प्रतिबंध है, लेकिन यह प्रतिबंध कागजों में ही है। 

कई विभागों के पास हैं शक्तियां 
खड्डों में व पुलों के आसपास खनन के खिलाफ कार्यवाही करने की शक्तियां कई विभागों के पास हैं, लेकिन खनन फिर भी धड़ले से हो रहा है। इसका सीधा साधा मतलब है कि कुछ अधिकारी जानबूझकर सख्ती करने से कन्नी काटते हैं तो कुछ अधिकारियों की जेबें भारी कर दी जाती हैं। प्रशासन से लेकर पुलिस, खनन विभाग, लोक निर्माण, आई.पी.एच, वन विभाग व पंचायतों को अवैध खनन के खिलाफ कार्यवाही करने के अधिकार प्राप्त हैं। 

गैर-सरकारी संस्थान आए आगे
सरकारी प्रयासों के बावजूद बुलंद खनन माफिया के हौसलों पर लगाम कसने को गैर-सरकारी संस्थाओं व महिला मंडलों समेत युवक मंडलों तथा अन्य सामाजिक संस्थाओं को आगे आना चाहिए तथा पुलों तथा सरकारी संस्थाओं के आसपास खनन कर उन्हें नुक्सान पहुंचाने वालों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए तभी इस गैर-कानूनी तथा आय की दृष्टिï से चोखे धंधे पर लगाम लग सकती है।

इन पुलों के नीचे हो रहा जमकर अवैध खनन 
बडौन स्थित रणा खड्ड पर बने पुल के नीचे व इसी स्थान से थोड़ी आगे लूणी खड्ड पर स्थित पुल, त्रिवेणी के पास स्थित पुल  के नीचे बेखौफ खनन हो रहा है, वहीं लोक निर्माण विभाग के उपमंडल जोगिंद्रनगर के अंतर्गत आने वाले डोहग की बजगर खड्ड में भी खनन हो रहा है जिससे डोहग पुल कभी भी ढह सकता है। रणा खड्ड पर त्रिवेणी के पास स्थित पुल भी खननकारियों के निशाने पर हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी
सहायक अभियंता बी.एस. ठाकुर ने बताया कि सभी कनिष्ठ अभियंता को पुलों के आसपास खनन पर नजर रखने की विशेष हिदायतें जारी की हैं तथा खुद भी वह इस पर नजर रखते हैं। पुल के पास अगर कोई खनन करते हुए पाया गया तो सख्त कार्यवाही होगी। 

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