Edited By Vijay, Updated: 11 Jan, 2019 03:44 PM
25-30 लाख रुपए की गाड़ी में घूमने वाले और अढ़ाई-तीन करोड़ रुपए के बंगले में रहने वाले लोग सरकारी रिकॉर्ड में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे हों तो यह सभी को अटपटा लगेगा। बता दें कि इन दिनों लोग आयुष्मान हैल्थ कार्ड बनवा रहे हैं। इससे बीमारी की...
कुल्लू (शम्भू): 25-30 लाख रुपए की गाड़ी में घूमने वाले और अढ़ाई-तीन करोड़ रुपए के बंगले में रहने वाले लोग सरकारी रिकॉर्ड में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे हों तो यह सभी को अटपटा लगेगा। बता दें कि इन दिनों लोग आयुष्मान हैल्थ कार्ड बनवा रहे हैं। इससे बीमारी की स्थिति में 500 रुपए तक का उपचार बीमा के दायरे में आएगा। ये हैल्थ कार्ड गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले लोगों के लिए महज 30 रुपए में बन रहे हैं जबकि अन्य लोगों को इसके लिए 1,000 रुपए का भुगतान करना पड़ रहा है। इस कार्ड से पूरा परिवार बीमा के अधीन आएगा। लोग तब हैरत में पड़ गए जब करोड़पतियों के हैल्थ कार्ड भी महज 30 रुपए में ही बन गए। गाड़ी-बंगलों सहित बेशुमार संपत्ति के मालिक लोगों को सरकारी रिकॉर्ड में गरीबी रेखा से नीचे दर्शाया गया है।
पात्र लोग नहीं जुटा पा रहे 1,000 रुपए
कई ऐसे लोग हैं जो वास्तव में गरीब हैं उनसे कार्ड के लिए 1,000-1,000 रुपए लिए जा रहे हैं। कुल्लू शहर को ही लें तो पिछले करीब एक सप्ताह में 200 से अधिक करोड़पतियों ने महज 30 रुपए का भुगतान करके हैल्थ कार्ड बनवाए क्योंकि सरकारी रिकॉर्ड में वे गरीब हैं। दूसरी ओर कई पात्र गरीब लोग हैल्थ कार्ड बनवाने के लिए 1,000 रुपए का जुगाड़ नहीं कर पा रहे हैं। इस तरह पात्र गरीब लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
क्या कहते हैं लोग
कुल्लू शहर निवासी मुकेश शर्मा, अजीत शर्मा, मनोज चौधरी, जोगिंद्र पाल, एडवोकेट उपेंद्र शर्मा, रमेश कुमार, कुलदीप व विजय ठाकुर आदि ने कहा कि कुल्लू शहर में कई करोड़पतियों ने महज 30-30 रुपए में अपने हैल्थ कार्ड बनवाए। इन करोड़पतियों को सरकारी रिकॉर्ड में गरीबी रेखा से नीचे दर्शाया गया है। मुकेश शर्मा ने बताया कि जब उन्होंने इस संदर्भ में कार्ड तैयार करने वाले लोगों से पूछा तो जवाब मिला कि इन लोगों के नाम ऑनलाइन चैक करने पर ये गरीब पाए जा रहे हैं। इसलिए इनसे 30 रुपए ही लिए जा रहे हैं।
क्या बोले एस.डी.एस. कुल्लू
ए.डी.एम. कुल्लू अक्षय सूद ने कहा कि यदि गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले लोगों की सूची में पात्र लोग नहीं हैं तो इसके लिए एस.डी.एम. के पास अपील की जा सकती है। सुनवाई के जरिए अपात्र लोगों को गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों की सूची से हटाया जा सकता है।