Edited By Vijay, Updated: 25 Dec, 2019 09:13 PM
चम्बा जिला के उपमंडल सूलणी की पंचायत भांदल के प्रिंयूगल गांव में बीमार भी कुदरत सहारे हैं। यहां पालकी पर मरीज को बिठाकर बर्फ के बीच चलकर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। छोटी सी भी चूक हुई तो सीधे सियूल नदी में गिरने का खतरा रहता है। बुधवार को संसार...
सलूणी (शक्ति प्रसाद): चम्बा जिला के उपमंडल सूलणी की पंचायत भांदल के प्रिंयूगल गांव में बीमार भी कुदरत सहारे हैं। यहां पालकी पर मरीज को बिठाकर बर्फ के बीच चलकर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। छोटी सी भी चूक हुई तो सीधे सियूल नदी में गिरने का खतरा रहता है। बुधवार को संसार पुत्र परस राम को भी ऐसी ही मुसीबत का सामना करना पड़ा।
4 किलोमीटर बर्फ के बीच चलकर संघणी पहुंचाया बीमार
हुआ यूं कि बुधवारको संसार चंद अचानक बीमार पड़ गया। क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था न होने और हिमपात से सड़क अवरुद्ध होने के चलते ग्रामीण उसे पालकी के माध्यम से 4 किलोमीटर बर्फ के बीच सड़क से ले जा रहे थे कि ऊपर से ग्लेशियर आने से सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया लेकिन ग्रामीणों ने हिम्मत न हारते हुए बीमार को संघणी तक पहुंचाया, उसके बाद निजी गाड़ी के माध्यम से जिला चम्बा लेकर गए।
सर्दियों में ग्रामीणों को झेलनी पड़ती हैं परेशानियां
ग्रामीणों सतीश कुमार, काका राम, प्रदीप कुमार, संदीप कुमार, राकेश कुमार, मग्नेश, बाबी व तिलक राज का कहना है कि हर साल सर्दियों में क्षेत्र में भारी हिमपात होने से उनकी सड़क बर्फ से अवरुद्ध हो जाही है। ऐसी सूरत में ग्रामीणों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बुधवार को भी संसार चंद को 4 किलोमीटर पैदल संघणी तक बड़ी मुश्किल से पहुंचाया गया।
ग्लेशियर आने से सड़क को खोलने में लग रहा समय
वहीं लोक निर्माण विभाग के अधिकारी पीसी शर्मा ने बताया कि यह बात विभाग के ध्यान में है और विभाग ने सड़क मार्ग से बर्फ हटाने के लिए मशीनरी लगा दी है लेकिन ग्लेशियर आने से सड़क को खोलने में समय लग रहा है।