Edited By kirti, Updated: 18 Aug, 2018 10:15 AM
प्रशासन की मनाही के बावजूद खड्डों में नहाने का शौक पर्यटकों में कम नहीं हुआ है। यहां पर आने वाले पर्यटक जान जोखिम में डालकर खड्डों में नहाने को आतुर हैं। मस्ती में वह इतने बेखौफ हो जाते हैं कि गहरे पानी में अठखेलियां उनकी जान पर भारी पड़ सकती हैं।...
धर्मशाला : प्रशासन की मनाही के बावजूद खड्डों में नहाने का शौक पर्यटकों में कम नहीं हुआ है। यहां पर आने वाले पर्यटक जान जोखिम में डालकर खड्डों में नहाने को आतुर हैं। मस्ती में वह इतने बेखौफ हो जाते हैं कि गहरे पानी में अठखेलियां उनकी जान पर भारी पड़ सकती हैं। शुक्रवार को भी भागसूनाग के वाटर फॉल में ऐसा ही दृश्य देखने को मिला। मैदानी क्षेत्रों से आए सैंकड़ों सैलानी व श्रद्धालु अपनी जान को इस तरह जोखिम में डालकर खड्डों में कूद रहे हैं जिससे कोई भी अनहोनी घटना घट सकती है।
चेतावनी बोर्डों की कमी
अपनी जान को जोखिम में डालने वाले लोग भी सुधर नहीं रहे हैं, वहीं प्रशासनिक व्यवस्थाएं भी पूरी तरह से सिरे नहीं चढ़ रही हैं। नदियों व खड्डों के किनारे जाने वाले रास्तों को बंद नहीं किया जा सका है, वहीं भागसूनाग में भी चेतावनी बोर्ड नदारद पाए गए। ऐसे में सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि सरकार क्या कर सकती है। ऐसे में यदि लोग जागरूक नहीं होंगे तो इस तरह की दुर्घटनाएं लगातार होती रहेंगी। इसके अलावा यहां पर वाटर फॉल के आसपास पर्यटक सरेआम धुएं के छल्ले उड़ाते नजर आ रहे हैं।
जान जोखिम में न डालें लोग
जिला कांगड़ा की विभिन्न खड्डों में पर्यटकों को न नहाने के लिए चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं। इसके बावजूद भी पर्यटक खड्डों में नहाने के लिए उतर रहे हैं तो उक्त खड्डों में जान गंवाने वाले लोगों के विवरण सहित बोर्ड लगाए जाएंगे। एस.पी. संतोष पटियाल ने कहा कि जिंदगी अनमोल है तथा लोगों को खड्डों में उतरकर अपनी जान को खतरे में नहीं डालना चाहिए।