Edited By Vijay, Updated: 13 Jan, 2019 10:42 PM
गत सायं व रातभर हुए हिमपात ने भारी कहर बरपाया है जिससे दुर्गम क्षेत्र छोटा भंगाल शेष प्रदेश से कट गया है तथा अगले कुछ दिनों के लिए आवागमन थम गया है। गत 2 दिनों से छोटा भंगाल व चौहार के ऊंचे पर्वत क्षेत्रों में लगातार हो रहे हिमपात से निचले क्षेत्रों...
बीड़ (स्वपन): गत सायं व रातभर हुए हिमपात ने भारी कहर बरपाया है जिससे दुर्गम क्षेत्र छोटा भंगाल शेष प्रदेश से कट गया है तथा अगले कुछ दिनों के लिए आवागमन थम गया है। गत 2 दिनों से छोटा भंगाल व चौहार के ऊंचे पर्वत क्षेत्रों में लगातार हो रहे हिमपात से निचले क्षेत्रों में पारा तेजी से नीचे गिरा है जिससे कड़ाके की ठंड हो गई है तथा लोग घरों में ही दुबक गए हैं। यहां प्राप्त जानकारी के अनुसार दाहिनासर, कुगती जोत, पचाचक, पनिहारटू व सरताज में 3-4 फुट ताजा हिमपात हुआ है जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। छोटा भंगाल क्षेत्र में यूं तो बर्फबारी पारंपरिक फसलों व फलदार पौधों के लिए लाभदायक मानी जा रही है पर बेमौसमी सब्जियों के लिए नुक्सानदायक होगी।
बरोट व मुल्थान न्यूनतम पारा रात को शून्य से नीचे
निचले क्षेत्रों बरोट व मुल्थान आदि में आजकल न्यूनतम पारा रात को शून्य से नीचे चला जा रहा है पर ठंड से बचाव के लिए क्षेत्र में लकड़ी व कोयले का अभाव है क्योंकि बार-बार मांग के बावजूद यहां वन विभाग लकड़ी व कोयले का डिपो नहीं खोल पाया है। मुल्थान के पूर्व प्रधान भाग सिंह ने बताया कि वह कई बार आवेदन कर चुके हैं। वन मंडलाधिकारी बी.एस. यादव ने बताया कि औपचारिकताएं पूर्ण कर आवेदन किए जाएं।