Edited By Ekta, Updated: 24 Jul, 2019 04:42 PM
सावन में भी हिमाचल के कई जिलों के लोग बारिश के लिए तरस रहे हैं। कई जिलों में सूखे जैसे हालात बने हैं जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसान रोपाई को लेकर बारिश के इंतजार में बैठे हुए हैं लेकिन बरसात में बारिश कम हो रही है जिससे किसानों की मुश्किलें...
शिमला (तिलक राज): सावन में भी हिमाचल के कई जिलों के लोग बारिश के लिए तरस रहे हैं। कई जिलों में सूखे जैसे हालात बने हैं जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसान रोपाई को लेकर बारिश के इंतजार में बैठे हुए हैं लेकिन बरसात में बारिश कम हो रही है जिससे किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मानसून सीजन में अभी तक प्रदेश भर में सामान्य से 39 फीसदी कम बारिश हुई है। एक जुलाई से 23 जुलाई तक सूबे में 118 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है जबकि इस अवधि के दौरान 194 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है।
चंबा, लाहौल-स्पीति, किन्नौर में सबसे कम बारिश हुई है। मंडी के कई क्षेत्रों में भी अब तक नाममात्र बारिश हुई है। बिलासपुर जिला में सामान्य से 5 फीसदी, चंबा में 69, हमीरपुर में 10, कांगड़ा में 39, किन्नौर में 69, कुल्लू में 34, लाहौल एवं स्पीति में 94, मंडी में 48, शिमला में 18, सिरमौर में 33, सोलन में 20 और ऊना में 25 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई। हालांकि मौसम विभाग ने हिमाचल में दो दिन तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। प्रदेश के कई क्षेत्रों में 25 और 26 जुलाई को भारी बारिश भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है।
विभाग ने 29 जुलाई तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। मंगलवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। धूप खिलने से अधिकतम तापमान में सामान्य से तीन डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज हुई। मौसम विभाग के वैज्ञानिक मनीष रॉय ने कहा कि इस बार मानसून में सामान्य से कम बारिश हुई है। हालांकि उम्मीद है कि आने वाले समय में मानसून गति पकड़ेगा और प्रदेश में अच्छी बारिश होगी। उन्होंने कहा कि आने वाले 2 दिन प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।