भारी बारिश से कुमारसैन कॉलेज में घुसा पानी-मलबा, दलदल के बीच पढ़ाई करने को मजबूर विद्यार्थी

Edited By Ekta, Updated: 09 Sep, 2018 01:24 PM

heavy rain from kumarsain college get in water debris

ग्रामीण स्तर पर उच्च शिक्षा उपलब्ध करवाने के सरकारी दावे उपमंडल कुमारसैन में हवा होते दिख रहे हैं, जहां पर कॉलेज छात्रों को इन दिनों बारिश के सीजन में दलदल में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। हुआ यूं कि पिछले 3 दिनों से कुमारसैन क्षेत्र में भारी बारिश...

कुमारसैन (नीरज सोनी): ग्रामीण स्तर पर उच्च शिक्षा उपलब्ध करवाने के सरकारी दावे उपमंडल कुमारसैन में हवा होते दिख रहे हैं, जहां पर कॉलेज छात्रों को इन दिनों बारिश के सीजन में दलदल में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। हुआ यूं कि पिछले 3 दिनों से कुमारसैन क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है, ऐसे में कुमारसैन कॉलेज के अस्थायी भवन के आसपास भूस्खलन होने से पानी के साथ ही मलबा भी कॉलेज के कमरों में घुस आया। जिस कारण से छात्रों को मजबूरन दलदल से भरे उन्हीं कॉलेज कमरों में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ी। इतना ही नहीं मलबा आने के कारण कॉलेज की कैंटीन भी काफी समय से बंद चल रही है जिस कारण से भी छात्रों को दिक्कतें पेश आ रही हैं।
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कछुआ चाल से चल रहा भवन का कार्य, छात्रों ने आंदोलन को चेताया
उल्लेखनीय है कि कुमारसैन में पूर्व सरकार द्वारा वर्ष 2014 में कॉलेज खोला गया था, कॉलेज भवन का शिलान्यास भी जोर-शोर के साथ किया गया लेकिन आज करीब 4 वर्षों बाद भी कुमारसैन कॉलेज भवन का कार्य धीमी रफ्तार से चल रहा है। वर्तमान में कॉलेज उद्यान विभाग के पुराने भवन में चल रहा है जहां पर गत वर्ष टिन के चादरों के 3 शैड बनाए गए हैं। जिसमें कॉलेज छात्रों की कक्षाएं चलाई जा रही हैं लेकिन विडम्बना यह है कि पिछले 4 वर्षों में कॉलेज में मात्र एक ब्लॉक भी नहीं बन पाया जबकि वर्ष 2016 में कालेज भवन के टैंडर हुए थे और 2 वर्षों में करीब 7 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले आर्ट्स ब्लॉक को 2 वर्ष में बनाने का टारगेट था। ठेकेदार की लेटलतीफी के कारण अभी मात्र एक मंजिल का ही लैंटर डाला जा सका है। हालांकि कार्य में देरी करने पर ठेकेदार को विभाग द्वारा पैनल्टी भी लगाई गई है। गोर फरमाने की बात तो यह है कि इस बारे में स्थानीय नेतृत्व भी कोई प्रयास नहीं कर रहा है। कॉलेज छात्रों ने बताया कि यदि शीघ्र ही कॉलेज का नया भवन नहीं बना तो वे आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।  

गिर सकता है कॉमर्स भवन
वर्तमान में कॉलेज की कक्षाएं उद्यान विभाग के पुराने भवन में चल रही हैं। वर्षों पुराने ये भवन काफी जीर्ण क्षीण अवस्था में थे, जिसमें मुरम्मत कार्य कर वहां पर कॉलेज की कक्षाएं शुरू की गईं लेकिन बारिश व भूस्खलन के कारण इन दिनों कॉलेज में जिस भवन में कॉमर्स विषय की कक्षाएं चलाई जा रही हैं, वह काफी दयनीय स्थिति में है। कॉमर्स भवन में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं। भवन की दीवारों में दरारें पड़ने के कारण भवन कभी भी ढह सकता है। ऐसे में कभी भी कोई गंभीर हादसा हो सकता है। 

अभिभावकों की मांग, कॉलेज भवन निर्माण में लाई जाए तेजी
कॉलेज छात्रों के अभिभावकों और पी.टी.ए. सदस्यों ने सरकार व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाई है कि कॉलेज की नई बिल्डिंग के निर्माण कार्य में तेजी लाई जाए और शीघ्र कुछ कमरे तैयार कर कॉलेज की कक्षाएं नए भवन में चलाई जाएं ताकि बच्चे निश्चिन्त होकर पढ़ाई कर सकेंं। पी.टी.ए. प्रधान यशबीर पमरा, उपप्रधान ममता देवी, पी.टी.ए. सदस्य खेमराज, राजू, जयंती सिंह, रेखा शर्मा, सुरेखा व बबिता सहित अन्य अभिभावकों ने कॉलेज के नए भवन के निर्माण कार्य में तेजी लाने की मांग की है।

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