Edited By Kuldeep, Updated: 10 Feb, 2020 05:03 PM
कांग्रेस ने खनन और ओवरलोडिड टिप्परों के खिलाफ आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है। हरोली विधानसभा क्षेत्र के गांव दुलैहड़ में तीन दिनों के भीतर ही 2 टिप्परों की दुर्घटना होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज दुलैहड़ पहुंचकर सरकार, प्रशासन और खनन माफिया...
हरोली, (अमित शर्मा): कांग्रेस ने खनन और ओवरलोडिड टिप्परों के खिलाफ आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है। हरोली विधानसभा क्षेत्र के गांव दुलैहड़ में तीन दिनों के भीतर ही 2 टिप्परों की दुर्घटना होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज दुलैहड़ पहुंचकर सरकार, प्रशासन और खनन माफिया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान स्थानीय पंचायत की प्रधान और स्थानीय लोग भी मौजूद रहे। कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र ही खनन और ओवरलोडिड टिप्परों पर लगाम न लगी तो कांग्रेस पुलिस और प्रशासन का घेराव करने से भी पीछे नहीं हटेगी।
सरकार और प्रशासन मौन धारण किए हुए है
नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री द्वारा खनन को लेकर मोर्चा खोलने के बाद मुकेश की गृह विधानसभा में कांग्रेस ने भी खनन को लेकर सरकार और प्रशासन की घेराबंदी शुरू कर दी है। हरोली कांग्रेस और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष विनोद बिट्टू की अगुवाई में आज गांव दुलैहड़ में खनन के मुद्दे को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। दरअसल दुलैहड़ गांव में पिछले 3 दिनों के भीतर ही दो टिप्पर दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। जिसे लेकर कांग्रेस का आरोप है कि क्षेत्र में आए दिन रेत से भरे ओवरलोडिड टिप्परों के कारण हादसे पेश आ रहे हैं। ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष विनोद बिट्टू और हरोली युवा कांग्रेस अध्यक्ष प्रशांत राय ने कहा कि खनन और ओवरलोडिड टिप्परों के मामलों पर सरकार और प्रशासन मौन धारण किए हुए है और इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
ओवरलोडिड टिप्परों के कारण ग्रामीण बहुत परेशान हैं
कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र ही इन पर लगाम न लगाई गई तो कांग्रेस पुलिस और खनन विभाग के अधिकारियों का घेराव करने के साथ-साथ सड़कों पर उतरने से भी गुरेज नहीं करेगी, वहीं कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने ओवरलोडिंग और खनन को लेकर आपराधिक मामले दर्ज करने की मांग उठाई है, वहीं ग्राम पंचायत दुलैहड़ की प्रधान आशा कुमारी ने कहा कि ओवरलोडिड टिप्परों के कारण ग्रामीण बहुत परेशान हैं। पंचायत प्रधान की मानें तो आए दिन ओवरलोडिड टिप्परों के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं।