अधिकतम 4 विषयों में फेल B.Tech धारकों को मिलेगा Golden Chance

Edited By Vijay, Updated: 19 Jun, 2019 09:34 PM

hamirpur technical university

हि.प्र. तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर ने 8 साल में भी बी.टैक. की डिग्री पूरी न कर पाने वाले विद्यार्थियों को गोल्डन चांस दिया है। अधिकतम 4 विषयों में फेल छात्रों को तय समय के बाद भी डिग्री पूरी करने के लिए परीक्षा देने का आखिरी मौका दिया है।

हमीरपुर: हि.प्र. तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर ने 8 साल में भी बी.टैक. की डिग्री पूरी न कर पाने वाले विद्यार्थियों को गोल्डन चांस दिया है। अधिकतम 4 विषयों में फेल छात्रों को तय समय के बाद भी डिग्री पूरी करने के लिए परीक्षा देने का आखिरी मौका दिया है। बुधवार को हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय की 22वीं अकादमिक परिषद की बैठक के बाद यह जानकारी वि.वि. के डीन अकादमिक कुलभूषण चंदेल ने दी। बैठक में छात्रों के उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखते हुए अहम फैसले लिए गए।

अध्यापकों का टाइम पीरियड 1 साल के लिए बढ़ाया

उन्होंने बताया कि बैठक में विश्वविद्यालय में पिछले 1 साल से गैस्ट फैकेल्टी के तौर पर सेवाएं दे रहे अध्यापकों का टाइम पीरियड 1 साल के लिए बढ़ा दिया गया है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का कैंपस लगभग तैयार हो चुका है तथा छात्रों के लिए विभिन्न लैब तैयार करने के लिए उनका प्रारूप तैयार कर लिया गया है। सितम्बर माह तक विश्वविद्यालय की लैब्ज बनकर तैयार होंगी। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय शीघ्र ही नए कैंपस में शिफ्ट हो जाएगा।

सभी महाविद्यालयों की रैंकिंग करेगा तकनीकी विश्वविद्यालय

उन्होंने बताया कि तकनीकी विश्वविद्यालय आने वाले समय में सभी महाविद्यालयों की रंैकिंग करेगा एवं विश्वविद्यालय का प्रयास रहेगा कि प्रत्येक महाविद्यालय का अपना इनकुवेशन केन्द्र एवं शोध प्रयोगशाला हो जो किसी विषयगत क्षेत्र में शोध पर बल देगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन हो चुकी है और शीघ्र ही विश्वविद्यालय में ई.आर.पी. रिसर्च हब की लाइब्रेरी और वैब स्टूडियो स्थापित किया जाएगा। तकनीकी विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद ने ऑफ  कैंपस शोध केंद्र के स्थान पर हि.प्र. तकनीकी विश्वविद्यालय शोध केंद्र शुरू करने का अनुमोदन किया।

योगा, पत्रकारिता व मास कॉम में पी.जी. डिप्लोमा के प्रत्येक कोर्स के लिए 30 सीटें स्वीकृत

उन्होंने अकादमिक परिषद के समक्ष एजैंडा प्रस्तुत किया, जिसमें मुख्य रूप से 2019-20 के शैक्षणिक सत्र में पत्रकारिता व मास कॉम में पी.जी. डिप्लोमा शुरू करने पर मोहर लगाई गई। इसके अतिरिक्त परिषद में इंजीनियरिंग प्रोग्राम यू.पी./पी.जी., फार्मेसी प्रोग्राम, बैचलर ऑफ आॢकटैक्चर, योग में पी.जी. डिप्लोमा, एम.बी.ए., एम.सी.ए., बी.सी.ए., पत्रकारिता व मास कॉम में पी.जी. डिप्लोमा के लिए शैक्षणिक बोर्ड को अनुमोदित किया। प्रो. कुलभूषण चन्देल ने बताया कि योगा में पी.जी. डिप्लोमा तथा पत्रकारिता व मास कॉम में पी.जी. डिप्लोमा में 30 सीटें प्रत्येक कोर्स के लिए शुरू करने की मंजूरी दी गई है।

बी.एच.एम.सी.टी. के छात्र को 3 साल बाद कोर्स छोडऩे पर मिलेगी बी.एससी. एच.एम.सी.टी. की डिग्री

डीन अकादमिक ने बताया कि जो छात्र बी.एच.एम.सी.टी. (4 वर्षीय) कोर्स कर रहे हैं यदि वे 3 वर्ष के बाद यदि उक्त 4 वर्षीय कोर्स को छोडऩा चाहते हैं तो विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें बी.एससी एच.एम.सी.टी. की उपाधि प्रदान करेगा।

छात्र 31 दिसम्बर तक जमा करवा सकते हैं थीसिज

अकादमिक परिषद ने एम.टैक., एम.फार्मा के कार्यक्रमों के उन छात्रों को भी सुनहरा मौका दिया जिन्होंने अभी तक अपनी थीसिज जमा नहीं करवाई हैं। छात्रों 31 दिसम्बर तक एक अंतिम मौका दिया गया है ताकि वे अपनी थीसिज जमा करवा सकें तथा अपनी डिग्री पूरी कर सकें।

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