Edited By kirti, Updated: 05 Mar, 2019 11:33 AM
नालागढ़ के गुरमीत धीमान ने अंतर्राष्ट्रीय पैरा ताईक्वाडों प्रतियोगिता में देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। ईरान के क्रिस में 28 फरवरी से 3 मार्च तक आयोजित प्रतियोगिता में गुरमीत धीमान ने ब्राऊंज मैडल हासिल किया।
नालागढ़ : नालागढ़ के गुरमीत धीमान ने अंतर्राष्ट्रीय पैरा ताईक्वाडों प्रतियोगिता में देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। ईरान के क्रिस में 28 फरवरी से 3 मार्च तक आयोजित प्रतियोगिता में गुरमीत धीमान ने ब्राऊंज मैडल हासिल किया। गुरमीत ने रशिया को 3 अंकों से शिकस्त देकर यह मुकाम हासिल किया। नालागढ़ के कोंआली गांव में जन्मे दिव्यांग खिलाड़ी गुरमीत धीमान गरीब परिवार से संबंध रखते हैं। सिर से पिता का साया उठ चुका है। गुरमीत सिंह प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। उन्होंने वर्ष 2016-17 में चौथी राष्ट्रीय पैरा ताईक्वाडों प्रतियोगिता में ब्राऊंज मैडल हासिल किया था। तुर्की में हुई आठवीं वल्र्ड पैरा ताईक्वाडों प्रतियोगिता में गुरमीत धीमान देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। एक बाजू कटी होने के बाद भी गुरमीत आज क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
सरकार की ओर से नहीं मिली सहायता
गुरमीत धीमान का कहना है कि इस प्रतियोगिता में भाग लेने करीब 2 लाख रुपए खर्चा आना था। इसको लेकर सरकार की ओर से उनकी कोई सहायता नहीं की गई। आज वह इस मुकाम पर पहुंचे हैं तो क्षेत्र की सामाजिक संस्था बी.बी.एन. वैल्फेयर सोसायटी का बहुत बड़ा योगदान है। उनके सहयोग से वह अंतर्राष्ट्रीय पैरा ताईक्वाडों प्रतियोगिता में भाग ले पाए हैं।
ओलिम्पिक में देश के लिए पदक लाना सपना
गुरमीत धीमान ने कहा कि किसी काम के लिए अगर दिल से मेहनत की जाए तो उसके सार्थक परिणाम सामने आते हैं। उन्होंने ऐसे समय में खेलना शुरू किया जब सुविधाओं की कमी थी लेकिन आज युवा खेलों में अपना भविष्य सवार सकते हैं। उन्होंने कहा कि ओलिम्पिक में देश के लिए पदक लाना उनका सपना है।