Edited By Ekta, Updated: 25 May, 2018 11:43 AM
पर्यटन नगरी मनाली में समर सीजन अपने चरम पर है। हजारों सैलानी प्रतिदिन मनाली का रुख कर रहे हैं लेकिन मनाली की सड़कें बढ़ते वाहनों का बोझ उठाने में सक्षम नहीं लग रही हैं। जिस तरह से मनाली के इर्द-गिर्द तथा कोठी से गुलाबा तक 6 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम...
मनाली (सोनू): पर्यटन नगरी मनाली में समर सीजन अपने चरम पर है। हजारों सैलानी प्रतिदिन मनाली का रुख कर रहे हैं लेकिन मनाली की सड़कें बढ़ते वाहनों का बोझ उठाने में सक्षम नहीं लग रही हैं। जिस तरह से मनाली के इर्द-गिर्द तथा कोठी से गुलाबा तक 6 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग रहा है, उससे न केवल पर्यटक परेशान हैं बल्कि लाहौल व लेह जाने वाले लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गुलाबा बैरियर रोहतांग जाने वाले पर्यटक वाहनों के लिए सिरदर्द बन गया है।
बैरियर की अव्यवस्था के कारण वाहनों के निरीक्षण में अत्यधिक समय लग जाने के कारण इनकी लाइनें लंबी लग रही हैं। अगर प्रशासन ने समय रहते बैरियर में निरीक्षण काऊंटरों की संख्या में बढ़ौतरी नहीं की तो आने वाले समय में ट्रैफिक जाम की समस्या और विकराल रूप धारण कर सकती है। पर्यटक वाहन चालक गोपाल, चित्रदेव, विनोद और रविंद्र ने बताया कि बैरियर में एक गाड़ी का परमिट चैक करने के लिए कम से कम 2 मिनट का समय लग रहा है, ऐसे में रोहतांग जाने वाली 1,200 और लाहौल जाने वाली 800 गाड़ियों को चैक करने में पूरा दिन बीत रहा है और यही जाम का मुख्य कारण भी बन रहा है।
इन चालकों का भी कहना है कि प्रशासन बैरियर पर चैकिंग काऊंटरों की संख्या को बढाता है तो समस्या हल हो सकती है। इनका कहना है कि प्रति वाहन ऑनलाइन परमिट प्राप्त करने में 550 रुपए लिए जा रहे हैं, ऐसे में प्रशासन प्रतिदिन साढ़े 6 लाख रुपए की कमाई कर रहा है लेकिन सुविधा की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि कई वाहन चालक ट्रैफिक जाम लगने से परमिट होते हुए भी गुलाबा से आगे नहीं बढ़ पाते और उन्हें गुलाबा से ही वापस आना पड़ रहा है। उधर, एस.डी.एम. मनाली रमन घरसंगी ने बताया कि यह समस्या उनके ध्यान में आई है। उन्होंने कहा कि गुलाबा में व्यवस्था को बेहतर बनाने के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। ट्रैफिक जाम से निपटने को प्रशासन सतर्क है।