Edited By Vijay, Updated: 22 Aug, 2019 10:51 PM
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि एचआरटीसी में वर्ष 2016-17 में हुई 498 परिचालकों की भर्ती की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया में किसी अधिकारी की संलिप्तता पाई जाती है तो उसके खिलाफ अनियमितता बरतने पर कार्रवाई होगी।
शिमला: परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि एचआरटीसी में वर्ष 2016-17 में हुई 498 परिचालकों की भर्ती की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया में किसी अधिकारी की संलिप्तता पाई जाती है तो उसके खिलाफ अनियमितता बरतने पर कार्रवाई होगी। उन्होंने यह जानकारी विधायक रमेश धवाला की तरफ से पूछे प्रश्न के उत्तर में दी। उन्होंने कहा कि गत 3 साल में कुल 682 चालक तथा 1,585 परिचालकों की नियुक्ति की गई, जिनमें वर्ष 2016-17 में 226 चालक व 498 परिचालक, वर्ष 2017-18 में 323 चालक व 1,087 परिचालक तथा वर्ष 2018-19 में 131 चालक नियुक्त किए गए। रमेश धवाला का आरोप था कि भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार की बू आ रही है क्योंकि एक ही विधानसभा क्षेत्र से 498 परिचालकों की भर्ती कैसे की गई है। उन्होंने सरकार से जानना चाहा कि इसमें सरकार अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई कर रही है।
बिना परीक्षा दिए किया 2 उम्मीदवारों का चयन : मुकेश
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने आरोप लगाया कि एचआरटीसी की इस भर्ती प्रक्रिया में 2 उम्मीदवारों का चयन बिना परीक्षा दिए ही कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। इस पर परिवहन मंत्री ने कहा कि इसकी जांच के लिए परिवहन आयुक्त को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया था, जिसमें किसी भी तरह की अनियमितता नहीं पाई गई। उन्होंने कहा कि आचार संहिता लगने से पहले और आचार संहिता हटने के बाद इसके लिए टैस्ट लिए गए थे।
भर्ती प्रक्रिया में किया जाएगा बदलाव
परिवहन मंत्री ने कहा कि एचआरटीसी में हुई भर्ती को लेकर पूर्व में लगे आरोपों को देखते हुए भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया जाएगा। इसके तहत भविष्य में एचआरटीसी खुद भर्ती नहीं करेगा। यह भर्ती शिक्षा बोर्ड, तकनीकी शिक्षा बोर्ड या फिर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के माध्यम से करवाई जाएगी।