Edited By Vijay, Updated: 30 Jun, 2018 07:01 PM
डा. राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कालेज टांडा में सीनियर सिटीजन को कोई महत्व नहीं दिया जाता तथा 70 से 80 साल की आयु में भी अपने इलाज हेेतु लंबी कतारों में खड़े होने को मजबूर हैं। इसका ताजा उदाहरण गत दिन देखने को मिला।
कांगड़ा: डा. राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कालेज टांडा में सीनियर सिटीजन को कोई महत्व नहीं दिया जाता तथा 70 से 80 साल की आयु में भी अपने इलाज हेेतु लंबी कतारों में खड़े होने को मजबूर हैं। इसका ताजा उदाहरण गत दिन देखने को मिला। जानकारी के अनुसार भवारना से 72 वर्षीय हंस राज शर्मा गत दिन ओ.पी.डी. में 37 नंबर कमरे के आगे सुबह से दोपहर तक अपनी बारी आने का इंतजार करते रहे लेकिन उनका नंबर नहीं आया। जब पता किया गया तो उनकी पर्ची किसी अन्य डाक्टर के पास भेज दी गई है।
पीली पर्ची केवल औपचारिकता
उनका कहना है कि यहां पर एक केवल पीली पर्ची जोकि सीनियर सिटीजन की बनाई जाती है, जिसके अनुसार उन्हें लंबी लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ता लेकिन उस पीली पर्ची का इस अस्पताल में कोई महत्व नहीं है। उनका कहना है कि यह पर्ची केवल औपचारिकता पूर्ण करने के लिए बनाई जाती है। चम्बा से 78 वर्षीय देश राज का कहना है कि केंद्र की सरकार तथा प्रदेश सरकार की सख्त हिदायत है कि सीनियर सिटीजन को सभी विभागों में पूरा आदर मान-सम्मान देना चाहिए तथा उन्हें पहले बैठने को कहना चाहिए फिर उनका तुरंत कार्य भी करना चाहिए।
चिकित्सक अधीक्षक से मिलकर करेंगे बात
कांगड़ा सीनियर सिटीजन एसोसिएशन के अनूप सिंह, बली राम, चंदेल इत्यादि कइयों ने रोष व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर वह शीघ्र ही चिकित्सक अधीक्षक से मिलेंगे तथा सीनियर सिटीजन के लिए अलग से पंक्ति की व्यवस्था बारे बात की जाएगी।
क्या कहते हैं चिकित्सक अधीक्षक
इस संबंध में चिकित्सक अधीक्षक गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि हमने सभी विभागों को सीनियर सिटीजन को प्राथमिकता देने के आदेश दिए हुए हैं और कोई इसका पालन नहीं कर रहा तथा उनके पास कोई शिकायत आती है तो वह उस पर सख्त कार्रवाई करेंगे।