Edited By Vijay, Updated: 27 Jun, 2018 08:45 PM
कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि जयराम सरकार का अभी तक का समय केवल जश्न मनाने, प्रशासनिक तबादलों और दौरों में ही बीत गया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार के 6 माह का कार्यकाल असफलताओं से परिपूर्ण रहा और प्रदेश की जनता को महज...
शिमला: कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि जयराम सरकार का अभी तक का समय केवल जश्न मनाने, प्रशासनिक तबादलों और दौरों में ही बीत गया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार के 6 माह का कार्यकाल असफलताओं से परिपूर्ण रहा और प्रदेश की जनता को महज निराशा ही हाथ लगी है। सरकार का सारा समय अपने आप को स्थापित करने के प्रयासों में ही निकल रहा है तथा प्रदेश में हर तरफ अराजकता का माहौल बन रहा है। यह बात उन्होंने एक बयान में कही।
प्रदेश के विकास को लेकर गंभीर नहीं मुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वायदों को पूरा करने से पीछे हट रही है। मुख्यमंत्री प्रदेश के विकास को लेकर गंभीर नहीं लगते, इसलिए प्रदेश में सत्ता के कई केंद्र बन गए हैं। हारे-नकारे लोग अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों पर अनुचित दबाव डाल रहे हैं। मुख्यमंत्री पूरी तरह से आर.एस.एस. और ए.बी.वी.पी. के प्रभाव में काम कर रहे हैं, नतीजन प्रशासनिक अमला पटरी से उतर गया है। उनका यह 6 माह का समय महज जश्न और घोषणाओं का समय ही रहा और इस अवधि में सरकार विकास के नाम पर एक ईंट भी नहीं लगा सकी।
सत्ता में आर.एस.एस. और ए.बी.वी.पी. का बोलबाला
उन्होंने कहा कि पहले भाजपा शोर मचाती थी कि कांग्रेस शासन में माफिया सक्रिय है लेकिन आज प्रदेश में हर तरह का माफिया सरकार के संरक्षण में दनदना रहा है। सरकार आर.एस.एस. के प्रभाव में काम कर रही है और इस समय सत्ता के कई केंद्र स्थापित हो चुके हैं, जिससे अफसरशाही भी परेशानी के आलम में है। सत्ता में आर.एस.एस. और ए.बी.वी.पी. का बोलबाला है और ये लोग तांडव मचाए हुए हैं। नैशनल हाईवे के नाम पर भी राज्य की जनता से धोखा हुआ है।
मुख्यमंत्री की टिप्पणी हास्यास्पद
उन्होंने कहा कि गत 6 माह के दौरान यहां आय दिन हत्याएं और बलात्कार के मामले सामने आए हैं, जिससे देवभूमि शर्मसार हुई है। प्रदेश में 100 से अधिक बलात्कार और 35 के करीब हत्याएं इस दौरान हो चुकी हैं। इतने अल्प समय में यह आंकड़ा अपने आप में गंभीर चिंता का विषय है जबकि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि इन घटनाओं से बहुत कुछ सीखने को मिला है जो अपने आप में हास्यास्पद टिप्पणी है। कसौली में दिन-दिहाड़े एक अधिकारी एवं कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है और पूरा प्रशासन त्वरित कार्रवाई करने की बजाय मूकदर्शक बनकर इस घटना को देखता रह गया।
दिल्ली के दौरे-केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात, नहीं मिला पैकेज
उन्होंने कहा कि सरकार आर्थिक मोर्चे पर पूरी तरह से पिट गई है। केंद्र में भाजपा की सरकार सत्तासीन होने और मुख्यमंत्री के 6 माह में दिल्ली के दर्जनों दौरे तथा सभी केंद्रीय मंत्रियों के दरवाजों पर दस्तक देने के बावजूद भी आर्थिक पैकेज नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मुख्यमंत्री दलील दे रहे हैं कि हिमाचल को कर्जे की बैसाखियों से बाहर निकालना मुश्किल है जबकि जयराम सरकार अब तक स्वयं लगभग 3,000 करोड़ रुपए का कर्ज लेकर काम चला रही है।
बेरोजगारों से पीछा छुड़ाने के हो रहे प्रयास
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे बड़ा वायदा पिछले चुनावों के दौरान किया गया था कि सरकार बेरोजगारी को दूर करेगी। आज सरकार ने बेरोजगारी को दूर करने के लिए कोई भी पुख्ता कार्यक्रम नहीं बनाया है और यह मात्र कोरी घोषणा ही साबित हुई है। सरकार बेरोजगारों से पीछा छुड़ाने का प्रयास कर रही है और युवाओं को नौकरी देने की बजाय उन्हें दुकानें आदि स्थापित करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है जोकि प्रदेश की युवा पीढ़ी के साथ एक भद्दा मजाक है।