Edited By kirti, Updated: 15 Apr, 2019 12:59 PM
सरकार भले ही नए मैडीकल कालेज खोलने को लेकर अपनी पीट थपथपा रही है, लेकिन स्थिति कुछ ओर ही बयां कर रही है। सरकार ने 3 नए मैडीकल कालेज नाहन हमीरपुर और चम्बा में खोले हैं। सरकार कालेजों में डॉक्टर ही उपलब्ध नहीं करवा पा रही है।
शिमला : सरकार भले ही नए मैडीकल कालेज खोलने को लेकर अपनी पीट थपथपा रही है, लेकिन स्थिति कुछ ओर ही बयां कर रही है। सरकार ने 3 नए मैडीकल कालेज नाहन हमीरपुर और चम्बा में खोले हैं। सरकार कालेजों में डॉक्टर ही उपलब्ध नहीं करवा पा रही है। बी.जे.पी. और कांग्रेस दोनों की पार्टी की सरकार प्रदेश में चिकित्सकों की कमी को दूर नहीं कर पाई है। वर्तमान में प्रदेश के सभी कालेजों में 600 चिकित्सक की कमी चल रही है। सरकार का कहना था कि जरूरत पडऩे पर बाहरी राज्य से डॉक्टर की तैनाती की जाएगी, लेकिन सूत्रों की मानें तो अब बाहरी राज्य से भी चिकित्सक की भर्ती नहीं हो पा रही है। प्रदेश भर में बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा देने की बात की जाए तो सरकार को प्रत्येक नए मैडीकल कालेज में 200 चिकित्सक का होना जरूरी है।
स्टाफ की भी कमी
पहले खुले अस्पतालों में भी चिकित्सा विशेषज्ञ सहित अन्य स्टाफ की कमी है। जिसके चलते बेेहद कम विशेषज्ञ पूरे प्रदेश को स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे हैं। इन विशेषज्ञों पर काम का इतना दबाव होता है कि वे अपनी गुणवत्ता का पूरी तरह से निष्पादन में विफल रहते हैं।