Edited By Simpy Khanna, Updated: 23 Jan, 2020 11:03 AM
देश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था पर ऑल इज वैल की दुहाई देने वाली मोदी सरकार की अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी कलई खोल दी है। जब इतनी बड़ी अंतर्राष्ट्रीय संस्था देश के हालातों पर चिंता जता रही है
शिमला : प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था पर ऑल इज वैल की दुहाई देने वाली मोदी सरकार की अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी कलई खोल दी है। जब इतनी बड़ी अंतर्राष्ट्रीय संस्था देश के हालातों पर चिंता जता रही है तो उससे सबक लेते हुए सरकार को ऐसे कदम उठाने चाहिए जिनसे देश की आर्थिकी मजबूत व सुदृढ़ हो, न कि मुद्दों को भटकाने का खेल खेलना चाहिए। रजनी पाटिल ने कहा कि आई.एम.एफ. की मुख्य अर्थशास्री गीता गोपीनाथ जी ने बयान दिया है कि भारत की सुस्त विकास दर के चलते दुनिया की अर्थव्यवस्था की विकास की रफ्तार पर असर पड़ रहा है।
गलोबल ग्रोथ के अनुमान में 80 प्रतिशत गिरावट के लिए उन्होंने भारत को जिम्मेदार ठहराया है जिस पर केंद्र सरकार को जनता के बीच स्थिति स्पष्ट करनी होगी। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा देश की अर्थव्यवस्था से जुड़ा हुआ है जिससे देश की प्रत्येक वर्ग बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है लेकिन सरकार नए-नए कानून थोपकर व उनमें संशोधन कर देश की जनता में भ्रांतियां फैलाकर लड़ाई में लगी हुई है, ताकि देश की बिगड़ी चुकी आर्थिक स्थिति जैसे अहम मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाया जाए।
उन्होंने कहा कि आई.एम.एफ. ने पहले ही वर्ष 2019-20 वित्त वर्ष के जी.डी.पी. के अनुमान को घटाकर 4.8 प्रतिशत कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि देश के हालात सुधरने की बजाय और ज्यादा क्यों बिगड़ रहे हैं। ऐसे क्या कारण हैं कि सरकार असली मुद्दों से भटककर देश को बर्बाद करने में तुली हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पिछले 6 सालों से केवल जुमले ही परोसते आई है, जिसका पर्दाफाश अब जनता में हो चुका है।